


बीकानेर। दो हजार करोड़ रुपये के बहुचर्चित साइबर ठगी प्रकरण में बीकानेर जिले के लूणकरणसर क्षेत्र से एक और नाम सामने आया है। पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि स्थानीय आढ़ती घनश्याम सारस्वत इस अंतरराज्यीय ठगी नेटवर्क का सक्रिय सदस्य रहा है। आरोपी इस समय फरार है और उसकी तलाश में पुलिस संभावित स्थानों पर दबिश दे रही है। इससे पहले, खारड़ा निवासी कृष्ण शर्मा को बीकानेर में फर्जी रूप से बनाई गई ‘करणी ट्रेडिंग कंपनी’ के माध्यम से 99.65 करोड़ रुपये के संदिग्ध वित्तीय लेन-देन के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ के दौरान शर्मा ने घनश्याम सारस्वत की संलिप्तता का खुलासा किया। बताया गया है कि सारस्वत कमीशन के आधार पर खातों के जरिए लेन-देन करता था और नेटवर्क में उसकी भूमिका बेहद महत्वपूर्ण रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, घनश्याम के पासवाले खातों और संपर्कों से उच्च मूल्य के लेन-देन के प्रमाण मिले हैं। उसके आवास और प्रतिष्ठान पर निरंतर निगरानी रखी जा रही है।
इस बीच, मामले के मुख्य आरोपी अजय आर्य के श्रीगंगानगर स्थित निवास से जब्त की गई तीन सीपीयू और तीन पेन ड्राइव का डेटा जयपुर से आई साइबर विशेषज्ञों की टीम ने रिकवर किया है। इसमें कई संदिग्ध खातों में करोड़ों रुपये के लेन-देन के साक्ष्य मिले हैं। पुलिस अब इन नए सुरागों के आधार पर आगे की गिरफ्तारियों की तैयारी कर रही है।