स्वामित्व योजना के तहत गांवों में हो रही आबादी भूमि की डिजिटल मार्किंग

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अब तक 838 में से 250 गांवों में पूर्ण हुआ कार्य
बीकानेर। भारतीय सर्वेक्षण विभाग द्वारा गांवों की आबादी क्षेत्रों का डिजिटल मानचित्र तैयार करवाया जा रहा है। स्वामित्व योजना के तहत होने वाले इस कार्य के दौरान जिले के 838 गांवों का सर्वे किया जाएगा। अब तक इनमें से लगभग 250 गांवों का सर्वे कार्य पूर्ण हो चुका है।
जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने बताया कि डिजिटल मानचित्र तैयार करने का यह कार्य ड्रोन फ्लाइंग के माध्यम से किया जा रहा है। इसके तहत प्रत्येक घर की डिजिटल मार्किंग की जा रही है। उन्होंने बताया कि गांवों की आबादी क्षेत्र का सर्वेक्षण और मानचित्र कार्य पूरा होने के बाद ग्राम पंचायत द्वारा आबादी भूमि के स्वामित्व धारियों को कब्जे की आबादी भूमि का पट्टा जारी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत अब तक पंचायत समिति कोलायत के 112, पांचू के 55 तथा नोखा के 69 गांवों का सर्वे पूर्ण हो चुका है। वर्तमान में पंचायत समिति पूगल और बीकानेर में ड्रोन फ्लाइंग का कार्य चल रहा है।
*क्या है योजना*
जिला कलेक्टर ने बताया कि यह योजना गांवों में बसे हुए ‘आबादी’ क्षेत्रों में संपत्ति के स्पष्ट स्वामित्व की स्थापना की दिशा में एक कदम है। इसमें ड्रोन तकनीक का उपयोग करके भूमि पार्सल की मैपिंग की जाती है और संपत्ति मालिकों को कानूनी स्वामित्व कार्ड (संपत्ति कार्ड / स्वामित्व विलेख) जारी करने के साथ गांव के घरेलू मालिकों को ‘अधिकारों का रिकॉर्ड’ प्रदान किया जाता है।यह योजना केंद्रीय पंचायती राज मंत्रालय, राज्य के राजस्व विभाग, पंचायती राज विभाग और भारतीय सर्वेक्षण विभाग के संयुक्त सहयोग से की जा रही है। उन्होंने बताया कि संपत्तियों के मुद्रीकरण की सुविधा और बैंक ऋण को सक्षम बनाना, संपत्ति संबंधी विवादों को कम करना, व्यापक ग्राम स्तरीय योजना निर्धारण के उद्देश्य से महत्वपूर्ण है।
*डिजिटल सर्वे से होगा यह लाभ*
जिला कलेक्टर ने बताया ग्रामीण नियोजन के लिए सटीक भूमि रिकॉर्ड का निर्माण और संपत्ति संबंधी विवादों को कम करना, ग्रामीण नागरिकों को ऋण और अन्य वित्तीय लाभ लेने के लिए अपनी संपत्ति को वित्तीय संपत्ति के रूप में उपयोग करने में सक्षम बनाकर वित्तीय स्थिरता लाना, संपत्ति कर का निर्धारण, जीआईएस मानचित्रों का निर्माण, जिनका उपयोग किसी भी विभाग द्वारा उनके उपयोग के लिए किया जा सकता है तथा जीआईएस मानचित्रों का उपयोग करके बेहतर गुणवत्ता वाली ग्राम पंचायत विकास योजना (जीपीडीपी) तैयार करने जैसे लाभ होंगे।
जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी नित्या के. ने बताया कि सोमवार को पंचायत समिति बीकानेर के बेलासर और तेजरासर तथा पूगल के चक 5 बीएलडी,10 पीबी, पहलवान का बेरा तथा पौडावाली में ड्रोन फ्लाइंग के माध्यम से सर्वे किया जाएगा। जिले के सभी 838 गांवों के सर्वे कार्य को अक्तूबर तक पूर्ण करने का लक्ष्य तय किया गया है।

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