


बीकानेर। एनएसयूआई जिलाध्यक्ष रामनिवास कूकणा व छात्रसंघ अध्यक्ष कृष्णकुमार गोदारा के नेतृत्व में केन्द्र सरकार के अंतिम वर्ष की परीक्षाओं के आयोजन के विरोध में राजकीय डूंगर महाविद्यालय के मुख्य द्वार को बंद कर विरोध प्रदर्शन किया। एनएसयूआई जिलाध्यक्ष रामनिवास कूकणा ने बताया कि देश में कोरोना संक्रमण के मामले तीव्र गति से बढ़ रहे है जिसके चलते पूरे देश के विद्यार्थियों की भावना और एनएसयूआई संगठन की माँग है की केन्द्र सरकार बिना किसी भेदभाव किए सभी छात्र-छात्राओं को प्रमोट करे जबकि देश की सरकार लोकतंत्र में चुनी हुई राजस्थान की सरकार को गिराने में व्यस्त है उन्हें देश के विद्यार्थियों के जीवन और भविष्य की कोई चिंता नहीं है,अगर केन्द्र सरकार (यूजीसी) ने जल्द ही अंतिम वर्ष की परीक्षाओं के आयोजन का निर्णय वापिस नहीं लिया तो पूरे देश में विद्यार्थी सड़कों पर उतरकर सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे क्योंकि हमारे लिए प्रत्येक विद्यार्थी का जीवन महत्वपूर्ण है जिसे बचाने के लिए राष्ट्रव्यापी आंदोलन कर के सरकार को अपना परीक्षाओं के आयोजन का तुगलकी फरमान वापिस लेने के लिए मजबूर करेंगे। छात्रसंघ अध्यक्ष कृष्णकुमार गोदारा ने कहा की देश में प्रतिदिन पचास हजारे के सम्भावित कोरोना संक्रमण के नए मामले सामने आ रहे है जिसके चलते परीक्षाओं का आयोजन सम्भव नहीं है। देश की सरकार की यह जिम्मेदारी बनती है की इस संकट के दौर में छात्र-छात्राओं की भावना को देखते हुए अविलंब सभी को प्रमोट किया जाये साथ ही सरकार की तानाशाही के चलते छात्र-छात्राओं के सरकार के विरुद्ध आक्रोश निरंतर बढ़ रहा है जो उन्हें सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर कर रहा है। इस अवसर पर संयुक्त सचिव बलदेव चाहर, संजय जाखड़, करण, मनीष कस्वां, मोहित चारण, महेंद्र डूडी, गौरीशंकर कुमार, मनोज सैन, बहादुर सैन, भेरू शर्मा, दिनेश कसवॉ, मनोज बिश्नोई, जिशान समेजा, उमर भाटी आदि मौजूद रहे।