


बीकानेर। लूनकरणसर में किसानों के प्रशिक्षण में फर्जी दस्तावेज व कूटरचना और गबन के मामले की जांच में आखिर क्यों ढील बरती जा रही है। इस मामले की जांच को लेकर पुलिस अधीक्षक बीकानेर की ओर से दो बार तथा पुलिस महानिरीक्षक बीकानेर रेंज की ओर से आठ जांच अधिकारी बदले गए हैं। इन जांच अधिकारियों में सहायक पुलिस निरीक्षक से लेकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्तर तक के अधिकारी शामिल हो चुके हैं। जानकारों की माने तो लूणकरणसर क्षेत्र में किसानों के प्रशिक्षण से जुड़े एक मामले में हुए फर्जीवाड़े की जांच में मूंडसर निवासी राजेन्द्र मूंड के खिलाफ मामला है। मूंड कांग्रेस के प्रदेश सचिव हैं। सूत्र ये भी बताते हैं कि इस प्रकरण में दस बार बदले गए जांच अधिकारियों में से नौ बार तो आदेश राजेन्द्र मूंड के प्रार्थना पत्र पर ही किए गए है। हाल ही में पुलिस महानिरीक्षक बीकानेर रेंज को उक्त मामले में जांच अधिकारी बदलने की मांग को लेकर मूंड ने 15 जून को प्रार्थना पत्र दिया। इस संबंध में उसी दिन तत्कालीन जांच अधिकारी पुलिस उप अधीक्षक लूणकरणसर गिरधारीलाल की जगह अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सुनील कुमार के नाम आदेश कर दिया गया।
ये है मामला
राजेंद्र मूंड ने वर्ष 2013 में मरुभूमि सेवा एवं अनुसंधान संस्थान के महासचिव की हैसियत से किसानों का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया था। प्रार्थी को सूचना के अधिकार के तहत मिली सूचनाओं के आधार पर किसानों के प्रशिक्षण से जुड़े दस्तावेज प्राप्त हुए, जिसमें उक्त फर्जीवाड़े की हकीकत सामने आई। इसके बाद प्रार्थी विनोद कुमार भाटी ने इस मामले को लेकर पुलिस थाना लूणकरणसर में मुकदमा दर्ज करवाया था।
ये जांच अधिकारी बदले
विनोद कुमार भाटी की ओर से पुलिस महानिरीक्षक बीकानेर रेंज को दिए गए प्रार्थना पत्र में लूणकरणसर तहसील में हंसेरा व कालू गांव के किसानों के प्रशिक्षण से जुड़े फर्जीवाड़े के मामले में बार-बार बदले गए जांच अधिकारियों का ब्यौरा भी दिया है। सबसे पहले उक्त प्रकरण की जांच सहायक पुलिस निरीक्षक बजरंगलाल ने की और फिर पुलिस निरीक्षक अशोक कुमार, ईश्वरानंद, पुलिस उपअधीक्षक पवन कुमार भदौरिया, दीपचंद, ओमप्रकाश, किरण गोदारा और इसके बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार ने उक्त प्रकरण की जांच की। यही नहीं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार के बाद उक्त प्रकरण की जांच लूणकरणसर के पुलिस अधीक्षक गिरधारीलाल को दी गई और अब एक बार फिर से यह जांच हालही में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार को दी गई है।