


बीकानेर। राजस्थान के जोधपुर जिले में आज प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत् चल रहे शिविर में दो पक्ष आपस में भिड़ गए। देखते ही देखते यह हंगामा लात घुसों में तब्दील हो गया। मामला जोधपुर के झंवर क्षेत्र का है। जहां आयोजित प्रशासन गांवों के संग शिविर में जमकर हंगामा हुआ। पंचायत समिति सदस्य और सरपंच के बीच विवाद इतना बढ़ा कि दोनों के समर्थक आपस में भिड़ गए। दोनों पक्ष के बीच जमकर मारपीट हुई। पुलिस ने बीच-बचाव कर मामले को संभाला। देर रात पंचायत समिति सदस्य मानाराम गर्ग ने सरपंच सहित उसके समर्थकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। पंचायत समिति सदस्य मानाराम गर्ग ने बताया कि कुछ विधवा महिलाओं के नाम प्रधानमंत्री आवास योजना की सूची से हटा दिए गए हैं। उन्होंने शिविर के दौरान मंच से सरपंच सुमेर सिंह से आग्रह किया कि इन वंचित महिलाओं के नाम फिर से सूची में शामिल किए जाएं। ताकि वे भी प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ उठा सकें। मंच से सार्वजनिक रूप से किया गया यह आग्रह सरपंच को नागवार लगा। ऐसा आरोप लगाया जा रहा है। इसके बाद सरपंच सुमेर सिंह ने अपने कुछ साथियों रमेश सिंह, धारू सिंह, आशु सिंह व स्वरूप सिंह ने धक्का-मुक्की शुरू कर दी। बकौल मानाराम, मुझे धक्का मारा गया। पीटा गया। मुझे भगाने का प्रयास किया गया। इस बीच, शिविर के अधिकारियों ने पुलिस को बुला लिया। पुलिस ने आकर मुझे इन लोगों से बचाया।