


बीकानेर। मकर संक्रांति के बाद भी सर्दी ने राजस्थान में कई इलाकों में लोगों की हालत खस्ता कर रखी है। पश्चिमी राजस्थान के श्रीगंगानगर, बाड़मेर और बीकानेर में सर्दी के कारण लोग हाल-बेहाल हैं। सर्द हवाओं ने कंपकंपी छुड़ा रखी है। कोहरे ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर रखा है। राजधानी जयपुर में मंगलवार को सर्दी से आंशिक राहत मिली। यहां मौसम साफ होने और धूप खिलने से सर्दी का जोर मामूली तौर पर कम हुआ है। श्रीगंगानगर जिले में मंगलवार को भी सर्दी के तीखे तेवर बरकरार हैं। समूचा श्रीगंगानगर घने कोहरे की चादर में लिपटा हुआ है। घने कोहरे की वजह से विजिबिलिटी घटी हुई है। इससे वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लगे हुये हैं। सर्द हवाओं के कारण हाड़ कंपकंपाती सर्दी ने लोगों को घरों में दुबके रहने के लिये मजबूर कर दिया है। यहां मौसम विभाग ने शीतलहर चलने और घने कोहरे का यलो अलर्ट जारी किया था। कुछ ऐसे ही हालात बीकानेर के हैं। वहां भी पूरा शहर कोहरे की चादर में लिपटा हुआ है। सर्दी के तीखे तेवरों के कारण लोग घरों में ही दुबके हुये हैं। कोहरे के कारण विजिबिलिटी कम हो रखी है। पश्चिमी राजस्थान में भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित थार नगरी बाड़मेर भी कोहरे की गिरफ्त में है। यहां भी शीतलहर ने ठिठुरन बढ़ा रखी है। हाई-वे पर वाहनों के पहिये थमे हुये हैं। भरतपुर जिले पर भी कोहरे की मार पड़ रही है। चारों तरफ धुंध ही धुंध हो रही है। सर्दी और गलन ने लोगों का हाल बेहाल कर रखा है। करौली जिले में भी लगातार तीसरे दिन क्षेत्र में घना कोहरा छाया हुआ है। सर्द हवाओं ने सर्दी को बढ़ा रखा है। सर्द हवाओं के कारण तापमान में गिरावट आई हुई है। सर्दी से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं। आदिवासी बहुल प्रतापगढ़ जिले में भी सर्दी के तेवर नरम नहीं पड़े हैं। समूचा प्रतापगढ़ कोहरे की आगोश में समाया हुआ है। सर्दी और कोहरे ने लोगों की धूजणी छुड़ा रखी है।