


बीकानेर। शातिर लोग ठगी का भी नया-नया तरीका अपना रहे हैं। ऐसा ही एक नया मामला नाल गांव में सामने आया है। यहां एक व्यक्ति स्वयं को नाल थाने का हवलदार बताते हुए एक ज्वैलर्स की दुकान में गया और वहां चांदी की पायजेब लेकर रुपए दूसरे दिन देने का कहकर चला गया। जब वह दूसरे नहीं आया तो फोन करने पर ज्वैलर्स के होश उड़ गए। पीडि़त ज्वैलर्स ने नाल थाने में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ रिपोर्ट दी है।पीडि़त नवरतन सोनी की नाल थाने के सामने श्रीलक्ष्मी कृपा ज्वैलर्स की दुकान पर पांच अक्टूबर को एक व्यक्ति आया। उसने मास्क लगा रखा था। आरोपी ने खुद का हवलदार सहीराम बताते हुए अपना परिचय दिया। इसके बाद दुकान संचालक से पायल दिखाने को कहा। बाद में छह साल की बच्ची के साइज की पायल ले ली। रुपए मांगने पर कहा कि अभी तनख्वाह मिली नहीं है। कल रुपए दे जाऊंगा। इस पर उन्होंने पायल उसे दे दी और मोबाइल नंबर मांगें। इस पर आरोपी ने कहा कि मोबाइल नंबर मांग कर बेइज्जती कर रहे हो। कल रुपए पहुंचा दूंगा। दो दिन बाद भी वह रुपए देने नहीं आया तो नंबरों पर फोन किया तो वह किसी ओर का था। बाद में नाल थाने में सूचना दी। नाल सीआइ विक्रमसिंह चारण ने बताया कि पुलिस का नाम लेकर आमजन से ठगी करना बेहद गंभीर है। दुकान में लगे सीसीटीवीकैमरे में आरोपी के फुटेज आए हैं। आरोपी की तलाश की जा रही है।
आश्वस्त होने पर दी पायल
पीडि़त दुकानदार ने बताया कि फर्जी हवलदार बनकर आए आरोपी ने सीआई साहब के चुनाव में रणधीसर जाने और वहां पर ठहरने संबंधी सभी बातें सही बताई थी। वह पुलिस स्टाफ के बारे में भी जानता था। इसलिए आश्वस्त हो गया कि यह हवलदार ही है और पायल दे ली।