


क्या कहती है महापौर
उधर, महापौर सुशीला कंवर राजपुरोहित का कहना है कि दोनों विधानसभा क्षेत्रों में रोड लाइट के लिए टेंडर लगाये गए थे। बीकानेर पश्चिम में जिन कंपनियों ने टेंडर में हिस्सा लिया, उन्होंने अपना अनुभव प्रमाण पत्र ही नहीं लगाया। ऐसे में यह खारिज हो गया। वहीं बीकानेर पश्चिम के लिए इन्हीं कंपनियों ने टेंडर लगाये तो उनके रिकार्ड की जांच कमेटी कर रही है। जैसे ही जांच कार्य पूरा होगा टेंडर कर दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि शहर अंधेरे में नहीं है बल्कि कुछ नई रोड लाइट्स लेने के लिए टेंडर हो रहे हैं। वर्तमान में पूरे शहर में रोड लाइट्स लगातार जल रही है।