




बीकानेर। अभियांत्रिकी महाविद्यालय बीकानेर में वेतन न मिलने के कारण धरने के आज दसवें दिन भी कार्मिकों ने आज मुख्य द्वार पर ताला यथावत बन्द रखा जिसके कारण परीक्षार्थीयो को परेशानी का सामना करना पड़ा । उल्लेखनीय है कि पिछले 7 महीनों से वेतन को तरस रहे है इसी कारण ईसीबी के कार्मिकों ने आज पुन: तकनीकी शिक्षा मंत्री व सरकार विरोधी नारे लगाकर गांधीवादी तरीके से विरोध किया।रेक्टा अध्यक्ष डॉ. शौकत अली ने बताया अभियांत्रिकी महाविद्यालय बीकानेर से उठी आन्दोलन के चिंगारी ने अब राज्यव्यापी आन्दोलन का रूप ले लिया है सोमवार से राजस्थान की सभी 11 स्वायत्तशासी महाविद्यालय में भी धरना-प्रदर्शन किया जा रहा हैं । डॉ.शौकत ने बताया कि आज एक बार फिर प्राचार्य के माध्यम से मुख्यमंत्री को पत्र लिखा गया है व उग्र आन्दोलन की चेतावनी दी गयी है द्य
रेक्टा प्रवक्ता डॉ महेन्द्र व्यास ने बताया कि आन्दोलन के कारण आगामी दिनों में महाविद्यालय में आयोजित होने वाली सभी प्रकार की परीक्षा चाहे वह विश्वविधालय स्तर या पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा भी बाधित हो सकती है जिसकी संपूर्ण जिम्मेवारी जिला प्रशासन व राज्य सरकार की होगी।
आज इनका मिला समर्थन
भाजपा नेता ताराचंद सारस्वत ने कर्मचारियोंकी माँग को सरकार द्वारा शीघ्र निस्तारण करने का समर्थन किया ।
पूर्व में भी कांग्रेस नेता राजकुमार किराड़ू, राष्ट्रीय भ्रस्टाचार निरोधक एवं अत्याचार विरोधी टाइगर संस्थान नई दिल्ली एवं बीकानेर महापौर श्रीमती सुशीला कँवर कर्मचारियों का समर्थन करते हुए वेतन वितरण शीघ्र करवाने हेतु सरकार से आग्रह किया है।
धरना-प्रदर्शन स्थल पर कार्मिकों को रेक्टा संरक्षक डॉ ओ.पी.जाखड, डॉ गौरव बिस्सा, विनोद चौधरी, डॉ नरपत सिंह शेखावत, कालू छंगाणी,डॉ मनोज कुडी, मनोज व्यास, उदय कुमार, ओमप्रकाश ने सम्बोधित किया ।
आज के क्रमिक अनशन में बैठने वालो में
1. डॉ दीपक सिंह
2. डॉ धनरूपमल नागर
3. डॉ गणेश प्रजापत
4. नवनीत पारीक
5. कैलाश कुमार
6. जसवंत सिंह भाटी
7. शभूदयाल पारीक
8. महावीर प्रसाद पंवार
9. बोहन गहलोत
10. अमित ओझा