


बीकानेर। जिला साक्षरता समिति बीकानेर के तत्वावधान में प्रारंभ हो रहे पढ़ना- लिखना अभियान के तहत उच्च स्तरीय बैठक गुरुवार को साक्षरता सदन में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी डॉ राजकुमार शर्मा ने की। बैठक में जिले के समस्त जिला शिक्षा अधिकारी एवं साक्षरता से जुड़े अधिकारी शामिल हुए। इस अवसर पर डॉ शर्मा ने कहा कि साक्षरता अभियान में प्रत्येक ब्लाॅक को 1752 असाक्षरों को साक्षर करने का लक्ष्य दिया गया है जिसमें सी- ग्रेड के परीक्षार्थी भी शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि श्रीडूगरगढ़ एवं लूणकरणसर खण्ड को छोड़कर शेष ब्लाॅक में 250 सी-ग्रेड के शिक्षार्थियों को साक्षर करने का लक्ष्य भी रखा गया है ।
डॉ शर्मा ने कहा की ग्राम पंचायत स्तर पर असाक्षरों को साक्षर करने का लक्ष्य निर्धारण ब्लॉक साक्षरता समिति करेगी एवं मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी अपने स्तर पर पंचायत की साक्षरता की स्थिति को देखते हुए लक्ष्य तय करें , उन्होंने कहा कि हमारे जिले को रोल मॉडल के रूप में स्थापित किया जाना चाहिए ,शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप हमें निरक्षरता उन्मूलन के लिए लिए महत्वपूर्ण कार्य करना होगा। समीक्षा बैठक में सहायक परियोजना अधिकारी राजेन्द्र जोशी ने कहा कि इस वर्ष प्रारंभ होने वाले पढ़ना लिखना अभियान में असाक्षरों को साक्षरता के साथ- साथ व्यवसायिक शिक्षा से भी जोड़ा जाएगा। जोशी ने बताया कि वोकेशनल एजुकेशन के तहत कृषि , पशुपालन, शुष्क बागवानी एवं स्थानीय उद्योग धंधे जो नवसाक्षरों की आय बढ़ाने में सहायक हो प्रशिक्षण दिया जाएगा । जोशी ने बताया कि इसके लिए राज्य सरकार व्यवसायिक प्रशिक्षण देने वाले संस्थानों से बातचीत कर रही है। जोशी ने बताया बीकानेर जिले में 2392 सी-ग्रेड के शिक्षार्थियों की पहचान की गयी है जिसमें 415 बीकानेर, 470 कोलायत, 465 खाजूवाला एवं 1040 नोखा-पांचू ब्लाॅक में है । जोशी ने कहा कि ग्राम पंचायत स्तर पर मेचिग-बेचिग का कार्य अगले सप्ताह तक पूर्ण किया जाना चाहिए । कार्यशाला में अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक हेतराम सारण, कैलाश कुमार बडगूजर, श्रीकिसन ने भी सम्बोधित किया । कार्यशाला में श्री डूगरगढ़ के धर्मपाल सिंह , पाँचू से अनुसुइया, खाजूवाला से रामप्रताप मीणा, नोखा से सुरेन्द्र दडिया, बीकानेर ब्लाॅक से कान्ता छाबा, कोलायत से मूलसिंह राठौड़, लूणकरणसर से रेवंत राम पडिहार ने शिरकत की ।