जब तक बैड आवंटन ना हो, रोगी को वेटिंग हॉल में रखा जाए:मेहता

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बीकानेर। जिला कलक्टर नमित मेहता ने कहा कि सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के कोविड-19 सेन्टर में जो पेशेंट भर्ती होने के लिए आते हैं, उन्हें अस्पताल परिसर में बने वेटिंग हॉल तब तक रखा जाए, जब तक कि उनकी भर्ती करने के बाद बेड अलॉटमेंट ना हो जाए। उन्होंने कहा कि वेटिंक हॉल में रुकते हैं वहां बैठने की और पानी पीने आदि की संपूर्ण व्यवस्थाएं बेहतर रहनी चाहिए। साथ ही हेल्प डेस्क को और स्टैऊन्थन करें।
मेहता बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में कोविड-19 की अब तक की व्यवस्था के संबंध में प्रशासनिक अधिकारियों और चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ आयोजित समीक्षा बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा पॉजिटिव रोगियों को सुपर स्पेशलिटी में रेफर किया जाता है, यहां पहुंचने के बाद जब तक उन्हें बेड अलॉटमेंट नहीं होता है तब तक इनके बैठने और पीने के पानी आदि की व्यवस्था बेहतर हो। यहां पर उन्हें अटेंड करने के लिए जिम्मेदार व्यक्ति की ड्यूटी लगाई जाए। रोगी को लगना चाहिए की उसके स्वास्थ्य को लेकर अस्पताल प्रशासन भी चिंतित है और बेहतर सुविधा मिले इसके लिए वे प्रयासरत हैं। उन्होंने कहा कि सुपर स्पेशलिटी में बनी हेल्प डेस्क को और स्टैऊन्थन किया जाए। यहां पर भी वरिष्ठ कार्मिक की ड्यूटी 24 ग् 7 लगाई जाए और अगर किसी तरह का फोन आता है रोगी के परिजन का तो उसे प्रॉपर सूचना दी जाए तथा यहां अगर किसी रोगी द्वारा अपने घर से खाना मंगवाया जाता है तो खाना आने के साथ ही रोगी को मिल जाए यह भी सुनिश्चित किया जाए।
होम क्वॉरेंटाईन उम्र के हिसाब से
जिला कलक्टर ने चिकित्सा विभाग के अधिकारियों से कहा कि पॉजिटिव रोगी को होम क्वॉरेंटाइ्रन और अस्पताल में स्थानांतरित करते समय इस बात को भी देख लें कि अगर कम उम्र का व्यक्ति होम क्वॉरेंटाइ्रन होना चाहता हो तो उसे होम क्वॉरेंटाइ्रन कर दिया जाए। मगर साथ में यह भी ध्यान रखें कि होम क्वेंरंटाइन के लिए घर में सभी व्यवस्थाएं हों, लेकिन 60 की उम्र से अधिक का व्यक्ति अथवा किसी अन्य बीमारी से पीडि़त व्यक्ति को होम क्वॉरेंटाइ्रन नहीं किया जाए बल्कि ऐसे मरीजों को अनिवार्य रूप से अस्पताल में ही भर्ती किया जाए।
होम आइसोलेशन व्यक्ति द्वारा वायलेशन करने पर होगी कार्रवाई
जिला कलक्टर ने कहा कि जिन रोगियों को होम आइसोलेशन में रखा हुआ है वह घर से बाहर नहीं निकले इसकी लगातार मॉनिटरिंग प्रशासनिक, पुलिस और चिकित्सा विभाग के अधिकारियों द्वारा की जा रहीं है। इसके बावजूद भी समय-समय पर मोबाइल के माध्यम से लोकेशन पता करने पर कुछ लोगों द्वारा घर से बाहर घूमने की जानकारी प्राप्त हो रही है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि लगातार भ्रमण कर सुनिश्चित करें कि जिसे होम आइसोलेशन कर रखा है उसके परिवार को कोई व्यक्ति बाहर नहीं निकले। अगर होम आइसोलेशन में रहने वाला व्यक्ति अथवा उसके परिवार को सदस्य बाहर निकलता है, तो उनके विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाए। मोबाइल के माध्यम से जिन लोगों की लोकेशन ट्रेस की गई उनमें अब तक 128 व्यक्तियों द्वारा वायलेशन करने की सूचना प्राप्त हुई है।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर (प्रशासन) ए एच गौरी, राजूवास के रजिस्ट्रार अजीत सिंह राजावत, अधीक्षक पीबीएम डॉक्टर मोहम्मद सलीम, मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बी एल मीना सहित कोविड-19 में लगाए गए एरिया मजिस्ट्रेट उपस्थित थे।

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