


जैसलमेर. पुलिस अधीक्षक की फर्जी सील बनाकर कूटरचित जांच रिपोर्ट तैयार करने के मामले में दो और जनों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गौरतलब है कि उपखण्ड अधिकारी कार्यालय जैसलमेर में गत 30 सितंबर को अधिसूचित थाना क्षेत्र में प्रवेश के लिए अनुमति के 16 आवेदन पेश हुए, जिस पर उपखण्ड अधिकारी जैसलमेर की ओर से इन आवेदनों की जांच की तो पुलिस जांच रिपोर्ट का फर्जी होने का संदेह होने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जैसलमेर राकेश कुमार बैरवा को जांच रिपोर्ट वाटसएप पर भेजकर पता किया। जांच रिपोर्ट पर पुलिस अधीक्षक जैसलमेर की फर्जी मोहर तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जैसलमेर के फर्जी हस्ताक्षर किए हुए पाए गए। इस पर उपखण्ड अधिकारी जैसलमे की ओर से पुलिस थाना केातवाली जैसलमेर पर रिपोर्ट भेजकर आपराधिक प्रकरण दर्ज करवाया गया। इसकी जांच थानाधिकारी कोतवाली बलवंतराम ने शुरू की। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जैसलमेर राकेश बैरवा के निर्देशन में थानाधिकारी कोतवाली बलवंताराम के नेतृत्व में प्रकरण का खुलाशा कर पुलिस अधीक्षक जैसलमेर की फर्जी सील बनाने वाला अब्दूल रहमान पुत्र गुलाम मुर्तजा तेली निवासी गडीसर रोड जैसलमेर, पुलिस जांच तैयार कर उस पर फर्जी हस्ताक्षर करने वाला शंभूसिंह पुत्र भंवरसिंह निवासी चैक पुलिस थाना सांकड़ा हाल दरियानाथ की बावडी जैसलमेर तथा पुलिस अधीक्षक जैसलमेर कार्यालय के नाम का फर्जी पत्र टाइप करने वाले आरोपी अशोक कुमार पुत्र दामोदरदास खत्री निवासी खत्री पाड़ा जैसलमेर को गत 1 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया । प्रकरण में जांच करते हुए जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय के जिला विशेष शाखा में पदस्थापित रणवीरसिंह पुत्र गुमानसिंह निवासी खेतासर हाल सहायक उप निरीक्षक व आशीष कुमार पुत्र बाबूराम निवासी रूपसी हाल कांस्टेबल संलिप्त पाए जाने के कारण मंगलवार को गिरफ्तार किया गया। मामले की जांच अभी जारी है।