


नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता मनोज सिन्हा को जम्मू-कश्मीर का नया उपराज्यपाल नियुक्त किया गया है। इससे पहले बुधवार शाम को गिरीश चंद्र मुर्मू ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। जीसी मुर्मू ने ऐसे समय में इस्तीफा दिया, जब बुधवार को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने का एक साल पूरा हुआ है। जम्मू-कश्मीर पूर्ण राज्य था तब मुर्मू से पहले सत्यपाल मलिक यहां के राज्यपाल थे, लेकिन जब केंद्र शासित प्रदेश बना तो अधिकारी जीसी मुर्मू को वहां भेजा गया। पिछले साल पांच अगस्त को मोदी सरकार ने जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा प्रदान करने वाले अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान समाप्त कर दिये थे और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया था। इसके बाद 31 अक्टूबर को मुर्मू को उपराज्यपाल नियुक्त किया गया था। 1985 बैच के आईएएस अधिकारी मुर्मू के इस्तीफे के कारणों पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
सिन्हा 2019 का लोकसभा चुनाव हार गए थे
मनोज सिन्हा पूर्व में गाजीपुर से सांसद रहे हैं और पूर्वी यूपी में बीजेपी के बड़े चेहरे हैं। हालांकि सिन्हा 2019 का लोकसभा चुनाव हार गए थे। मनोज सिन्हा मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में मंत्री रह चुके हैं और उनके पास रेलवे के राज्यमंत्री और संचार राज्यमंत्री का कार्यभार था।
मुख्यमंत्री पद की रेस में सबसे आगे थे
बता दें कि बीजेपी को यूपी के 2017 के विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत मिलने पर मनोज सिन्हा मुख्यमंत्री पद की रेस में सबसे आगे थे। इस दौरान वो दिल्ली से वाराणसी पूजा करने गए थे और इस उम्मीद में थे कि सीएम पद की शपथ लेंगे। लेकिन पार्टी ने योगी आदित्यनाथ को आगे किया। उसके बाद प्रधानमंत्री के भरोसेमंद होने के चलते उन्हें अब यह बड़ी जिम्मेदारी दी गई है।