


अलवर। जिले में एक बार फिर गैंगरेप की बड़ी वारदात सामने आई है। यहां तिजारा थाना इलाके में एक नाबालिग छात्रा का अपहरण कर 3 युवकों ने उससे गैंगरेप किया। वारदात के बाद पीडि़ता इस कदर सदमे में आ गई कि वह 10 दिनों तक परिजनों को कुछ भी नहीं बता पाई। बाद में जब वह नॉर्मल हुई तो उसने परिजनों को इस संबंध बताया। इस पर परिजन थाने पहुंचे और आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है। फिलहाल उनका कोई सुराग नहीं लग पाया है। तिजारा थानाधिकारी जितेन्द्र नावरिया ने बताया कि पीडि़ता के पिता की ओर से दर्ज कराई रिपोर्ट के मुताबिक उनकी 17 वर्षीय बेटी 12वीं कक्षा में पड़ती है। वह 11 नवंबर को ट्यूशन करने के लिए तिजारा आई हुई थी। उसी दौरान पीडि़ता के पास गांव का ही युवक नवीन आया। उसने छात्रा से कहा कि उसे उसके पिता ने बुलाया है। छात्रा ट्यूशन सेंटर से बाहर आई तो नवीन और उसका साथी कमल सिंह उसका मुंह बंदकर बाइक पर बिठाकर ले गए। उसके बाद उन्हें रास्ते मे चरत सिंह मिल गया।
वारदात के बाद पिता को जान से मारने की धमकी दी
बाद में तीनों युवकों ने एक अनजान जगह ले जाकर उसके साथ बारी बारी से रेप किया। इसके बाद तीनों आरोपियों ने नाबालिग को धमकी दी कि अगर इस बारे में किसी को बताया कि उसके पिता को जान से मार देंगे। वारदात के बाद पीडि़ता सदमे में आ गई और उसकी तबीयत खराब हो गई। इस पर उसे 12 नवंबबर को अलवर के अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां वह 16 नवंबर तक अस्पताल में भर्ती रही। सदमे में होने के कारण वह परिजनों को घटना के बारे में कुछ नहीं बता पाई। 22 नवंबर को पीडि़ता ने घटना के बारे में परिजनों को बताया। पुलिस ने परिजनों की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर लिया। मामले की जांच तिजारा पुलिस उपाधीक्षक कुशाल सिंह कर रहे हैं।