




जयपुर। राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) को लेकर एक बड़ा बदलाव किया गया है। राज्य सरकार ने अब अंकों के वेटेज में अभ्यर्थियों को राहत दी है। ऐसा कहा गया है कि रीट के फाइनल सेलेक्शन में जहां 90 फीसदी परीक्षा में प्राप्तांकों का आधार रहेगा, तो वहीं स्नातक के अंकों का आधार 10 फीसदी कर दिया गया है। पहले फाइनल सेलेक्शन में रीट परीक्षा के 70 फीसदी और स्नातक के 30 फीसदी अंकों के आधार पर चयन हुआ करता था। राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) 25 अप्रैल 2021 को आयोजित होगी।
वेटेज और प्रश्न पत्र में संशोधन
राजस्थान सरकार की ओर से कहा गया है कि वेटेज सिस्टम में बदलाव किया गया है। पहले रीट और स्नातक के अंकों का अनुपात 70 और 30 रखा गया था, जिसे अब बदलकर 90 और 10 किया जा रहा है। एनसीटीई की गाइडलाइन का पालन करते हुए राजस्थान के भूगोल व कला संस्कृति के सवालों को भी जोडऩे के निर्देश दिए गए हैं। परीक्षा में राजस्थान का सामान्य ज्ञान जुडऩे से अभ्यर्थियों को अधिक से अधिक फायदा मिलेगा।
जनवरी तक जारी हो सकता है नोटिफिकेशन
ऐसा माना जा रहा है कि रीट परीक्षा को लेकर राजस्थान बोर्ड की तरफ से इस माह के अंत में या जनवरी के पहले सप्ताह में नोटिफिकेशन जारी किया जा सकता है। रीट परीक्षा अप्रैल में होगी, जिसके बाद परिणाम घोषित होंगे। रीट का परिणाम आने के बाद शिक्षा विभाग प्रदेश भर में 31000 शिक्षकों की नियुक्तियां करेगा। रीट के पात्रता प्रमाण पत्र की वैधता 3 वर्ष की होगी।