


बीकानेर। पिछले कुछ समय से देशभर में ऑनलाईन ठगों का बोलबाला चल रहा है। नई-नई तकनीक व नये आइडिया क्रिएट कर आमजन को विश्वास में लेकर ठगी का शिकार बनाया जा रहा है। कभी किसी कंपनी के कर्मचारी तो कभी बैंक के कर्मचारी बनकर ऑनलाईन ठगी की जा रही है। ऐसा ही ताजा मामला जोधपुर में सामने आया है। जिसमें एक ठग से व्यक्ति को फोनकर क्रेडिट कार्ड का सालाना चार्ज माफ करने के बहाने से एक व्यक्ति से करीब 1 लाख 19 हजार रुपए ही ठगी का शिकार बनाया है। इस संबंध में ठगी के शिकार पीडि़त ने कालवाड़ थाने में केस दर्ज करवाया है। इसकी जांच खुद थानाप्रभारी गुरुदत्त सैनी कर रहे है। पुलिस के मुताबिक ऑनलाइन ठगी की वारदात गांव पिंडलोई, माचवा के रहने वाले शंकरलाल चौधरी के साथ हुई। गत 31 मई को उनके मोबाइल पर एक कॉल आया। फोन करने वाले युवक ने खुद को आरबीएल कंपनी का प्रतिनिधि बताते हुए कहा कि आपके आरबीएल क्रेडिट कार्ड का सालाना चार्ज माफ किया जाएगा। इसके लिए कुछ प्रोसेस करना है। इसके लिए आपके मोबाइल फोन पर एक ओटीपी नंबर आएगा। झांसे में आकर शंकरलाल चौधरी ने फोन करने वाले शातिर ठग को ओटीपी नंबर बता दिया। इसके बाद उनके खाते से 1 लाख 19 हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांजेक्शन कर शातिर ठग ने निकाल लिए। सीताबाड़ी, सांगानेर के रहने वाले धर्मराज धौलिया ने सिंधीकैंप थाने में रविवार को केस दर्ज करवाया। जिसमें बताया कि वह सिंधीकैंप इलाके में एक होटल में मौजूद था। वहां एक व्यक्ति उसे मिला। उसने बातचीत के बहाने रुपयों की जरुरत होना बताया और 2000 रुपए उसके खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर करने की बात कही। तब शातिर ठग ने झांसे में लेकर पीडि़त के मोबाइल फोन पे के जरिए अपने खाते में 2000 रुपए ट्रांसफर कर लिए। इस बीच ठग ने पिन नंबर देख लिया। इसके बाद नजर बचाकर धर्मराज का एटीएम चुरा लिया। फिर उसके बैंक खाते से 28 हजार रुपए निकाल लिए। गौरतलब है कि ऐसे ही कई मामले बीकानेर जिले में भी सामने आ रहे है। जिनमें ठग नये-नये तरीकों से आमजन को ठगी का शिकार बना रहा है।