रेलवे में नौकरी लगवाने का झांसा देकर तीन लाख रुपए ठगे, इस तरह दिया साजिश को अंजाम

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सीकर। रेलवे गु्रप-डी में नौकरी लगवाने का झांसा देकर युवक से लाखों रुपए की ठगी करने का मामला सामने आया है। आरोपी ने युवक से कहा कि रेलवे डिपार्टमेंट में उसकी ऊपर तक जानकारी है और वह उसे जल्द ही नौकरी लगवा देगा। बाद में आरोपी ने युवक को रुपए लौटाने से मना कर दिया। मामला सीकर के नीमकाथाना क्षेत्र का है। नीमकाथाना एसीजेएम कोर्ट में पेश इस्तगासे में भैरू राम (24) निवासी ढाणी टीबा की तन भावंडा, नीमकाथाना ने बताया कि आरोपी रामजीलाल, निवासी नीमकाथाना उनके घर आया और कहा कि उसने रेलवे गु्रप-डी में नौकरी लगने के लिए आवेदन कर रखा है। आरोपी ने भैरू राम से कहा कि उसने कई लडक़े-लड़कियों के आवेदन गु्रप-डी में नौकरी लगवाने के लिए ले रखे हैं और उन्हें जल्द ही रेलवे में नौकरी लगवा देगा। उसकी रेलवे विभाग में बड़े अधिकारियों से ऊपर तक जानकारी है। वह भैरू राम को भी गारंटी से रेलवे में सरकारी नौकरी लगवा देगा जिसके लिए उसे 6 लाख रुपए देने होंगे। आरोपी भैरू राम को विश्वास दिलाने के लिए जयपुर के मानसरोवर में लेकर गया और उसने मानसरोवर में रामसहाय गुर्जर व बद्रीलाल गुर्जर नाम के दो व्यक्तियों से मिलवा दिया। दोनों व्यक्ति अपने आप को रेलवे के बड़े अधिकारी बता रहे थे। जिसके बाद रामसहाय गुर्जर व बद्रीलाल गुर्जर ने भैरू राम को अपने फोन में रेलवे गु्रप-डी के पेपर, आंसर की दिखा दी और कहा कि एग्जाम में यह पेपर आएगा। रामसहाय गुर्जर व बद्रीलाल गुर्जर के पास उस समय नौकरी लगने के लिए और भी काफी लडक़े- लड़कियां आए हुए थे जिसके कारण भैरू राम को आरोपियों पर विश्वास हो गया। कुछ समय बाद आरोपी भैरू राम से रुपए लेने के लिए नीमकाथाना गए और कहा कि उसे 3 लाख रुपए अभी देने होंगे और 3 लाख रिजल्ट आने के बाद। जिसके बाद परिवादी राजी हो गया और उसने गूगल पे, फोन पे और ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के जरिए आरोपियों को 3 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। कुछ समय बाद रेलवे-गु्रप डी का रिजल्ट आया तो भैरू राम एग्जाम में फेल था। वहीं आरोपी परिवादी को कहने लगे कि अगली भर्ती में उसका सिलेक्शन हो जाएगा। भैरू राम को अपने साथ हुई ठगी का अहसास हुआ तो उसने आरोपियों से रुपए मांगने शुरू कर दिए जिस पर आरोपियों ने पैसे लौटाने से मना कर दिया और कहा कि पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा व हाईकोर्ट के पूर्व जज उनके जानकार हैं। वह परिवादी और उसके पूरे परिवार को संगीन मुकदमे में फंसा कर उसे बर्बाद कर देंगे। बाद में आरोपियों का फोन लगातार बंद आने लगा। वहीं इस मामले में पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा से बात करने की कोशिश कि तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। फिलहाल इस मामले में नीमकाथाना थाना पुलिस ने एसीजेएम कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मामले की जांच हेड कांस्टेबल किशलाल कर रहे हैं।

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