


जयपुर। कोरोना काल में देश ही नहीं बल्कि राजस्थान में भी संक्रमित मरीजों का आंकड़ा दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। इस बीच सभी विश्वविद्यालय अपने स्तर से परीक्षाओं की तैयारी करके सितंबर के तीसरे सप्ताह से एग्जाम लेना शुरू करेंगे। यूजी-पीजी की अंतिम वर्ष की परीक्षाओं के आयोजन को लेकर आरयू ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। आरयू से जुड़े करीब दो लाख विद्यार्थियों की परीक्षाओं के लिए विश्वविद्यालय अपना टाइम टेबल जारी कर सकेगा। यूनिवर्सिटी के परीक्षा अनुभाग में इस पर कवायद की जा रही है। यूनिवर्सिटी ने तय किया है कि कोरोना पॉजिटिव विद्यार्थी की परीक्षा नहीं ली जाएगी। साथ ही उन्हें केन्द्र में भी प्रवेश भी नहीं दिया जाएगा। ऐसे अभ्यर्थियों से घर ही रहने की अपील की गई हैं। साथ ही कहा गया है कि उनकी परीक्षाएं बाद में करा ली जाएगी। विश्वविद्यालय ने कोविड 19 के कारण यूजी-पीजी की शेष परीक्षाओं के आयोजन अतिरिक्त परीक्षा केन्द्र बनाए हैं। अब 160 परीक्षा केन्द्र पर परीक्षाएं कराई जाएगी।
कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से करना होगा पालन
आरयू से जुड़े कॉलेजों को कोरोना गाइडलाइन का कड़ाई से पालना कराने के निदेश जारी कर दिए गए हैं। साथ ही सीटिंग अरेजमेंट में सोशल डिस्टेंस की रिपोर्ट को वैरिफाई भी किया जाएगा। इसके बाद ही केन्द्र को परीक्षा कराने की इजाजत होगी। दूसरी ओर विश्वविद्यालयों के छात्रों ने अपनी परीक्षआों के लिए हॉस्टल सुविधा को दोबारा शुरू किए जाने की मांग की है। परीक्षार्थियों का कहना है कि विश्वविद्यालय की परीक्षाओं के लिए विद्यार्थियों अपने दूर दराज गांव और शहरों से राजधानी जयपुर पहुंचेगे। ऐसे में उनके लिए यहां रूकने-ठहरने और भोजन की व्यवस्था के लिए हॉस्टल सुविधा दी जानी चाहिए। पिछले दिनों सरकार ने कोरोना के चलते सभी छात्रों को प्रमोट करने का फैसला लिया था, लेकिन उसको बदलकर फाइनल के अलावा अन्य करीब 15 लाख से अधिक छात्रों को प्रमोट किया गया हैं।