






भीलवाड़ा। शराब के नशे के ऐसे आदतन कलयुगी पिता ने ऐसी करतूत सामने आई है जिसे सुन हर किसी का खून खौल उठेगा। गृह क्लेश के चलते इस पिता ने अपने ही 18 माह के मासूम बच्चे को कुएं में फेंक कर मौत के घाट उतार दिया। अब अपने मासूम बच्चे को न्याय दिलाने के लिए एक मां दर-दर की ठोकरें खा रही है। फूलियाकलां थाना क्षेत्र के सांगरिया गांव में जगदीश कीर का छोटा एक परिवार रहता है। पत्नी रामघणी, 6 साल की मासूम बच्ची पायल, 4 साल की बच्ची विद्या और 18 महीना का मासूम बेटा प्रिंस। इस खुशहाल परिवार में नशा वो कहर बनकर आया, जिसने कुछ ही दिनों में परिवार को बिखेर कर रख दिया। नशे की लत ने जगदीश को आदतन अपराधी बना दिया और इसी लत के चलते वह आए दिन अपनी पत्नी से मारपीट करने लगा। नशे की लत को पूरा करने के लिए उसने गांव के कई साहूकारों से हजारों रुपये की उधारी भी कर ली, जिसके कारण उसके घर मे क्लेश और ज्यादा बढ़ गया। 21 मई 2020 को दोपहर करीब 1.30 बजे रामघणी अपने पति जगदीश के साथ खेत पर काम कर रही थी, इस दौरान जगदीश ने उसे कहा कि सांगरिया के ही रतन गुर्जर से उसने एक लाख रुपए उधार लिए हैं, जो वह उसे चुकाना नहीं चाहता। इसके लिए वह चाहता है कि रामघणी रतन पर बलात्कार का झूठा मुकदमा दर्ज करवाए ताकि उसे पैसे नहीं चुकाना पड़े। जब पत्नी ने पति की इस घिनौनी तरकीब के लिए इंकार कर दिया तो पति जगदीश आग बबूला हो गया और पास ही पालने में सो रहे 18 महीने के प्रिंस को कुएं में फैंक दिया। यह देख कर मां तत्काल बच्चे को बचाने कुएं में कूदी, लेकिन प्रिंस की जान नहीं बचा पाई। चीखपुकार सुनकर आस-पास खेतो पर मौजूद ग्रामीण तत्काल मौके पर पहुंचे तो पति भी कुएं में कूद गया और ग्रामीणों की मदद से पत्नी रामघणी को कुएं से बाहर निकाला।
पति की यातनाओं की शिकार पत्नी ने जिला पुलिस अधीक्षक के समक्ष पेश होकर आज इस मामले की लिखित में शिकायत दी है। एसपी को सोपे पत्र में पीडि़त मां ने बच्चे की हत्या करने वाले पति सहित पति के रिश्तेदार कालू कीर, रामस्वरूप, मैना, गीता, महावीर, बाबू, बरदी, महावीर कीर निवासी सांगरिया पर मारपीट करने और बच्चे की मौत के मामले में शिकायत नहीं करने को लेकर धमकियां देने का आरोप लगाया है।
यही नहीं, पीडि़त मां ने फुलिया थाना पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी कई सवाल खड़े किए हैं। पीडि़ता ने एसपी से शिकायत में कहा कि फुलिया थाने में रिपोर्ट देने के बाद भी पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की और न ही हत्या जैसे गंभीर मामले को दर्ज किया, जिसके कारण अपराधियों के हौसले बुलंद है और वह आए दिन रामघणी को धमकियां दे रहे हैं।