


जयपुर। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और भाजपा विधायक कैलाश मेघवाल ने इस पूरी सियासत में फिर से बड़ा बयान देकर इन पूरे प्रकरणों में खलबली मचा दी है। कैलाश मेघवाल की दलील है कि राजस्थान में 2 महीने से सरकार गिराने को लेकर माहौल बना हुआ है। हॉर्स ट्रेडिंग और आरोप-प्रत्यारोप के दौर चल रहे हैं। आजादी के बाद सरकार कई बार बदली भी और विधानसभा के अंदर भी जमकर गर्मा गर्मी हुई। आरोप-प्रत्यारोप भी लगाए गए पक्ष और विपक्ष के बीच तकरार भी हुई। उस दौरान मोहनलाल सुखाडिय़ा भैरों सिंह शेखावत से लेकर अशोक गहलोत और वसुंधरा राजे सभी के समय खूब बहस भी सत्ता पक्ष और विपक्ष में हुई।
सरकार गिराने का षडयंत्र ऐसा कभी नहीं देखा
सत्ताधारी पार्टियों व विपक्षी पार्टियों से मिलकर सरकार गिराने का षडयंत्र जो अब हो रहा है ऐसा कभी नहीं देखा गया। भंवरलाल शर्मा वहीं है जो अभी कांग्रेस के विधायक हैं यह पहले भैरों सिंह शेखावत के साथ मंत्री रहे थे। उन्होंने जरूर स्वयं की भाजपा सरकार को गिराने के लिए कोशिश की थी।
भंवरलाल शर्मा के कारनामों की मीडिया में काफी चर्चा रही
उन्होंने कहा कि पार्टी में रहकर और बाहर रहकर विधायकों की खरीद-फरोख्त करने की अनेकों बार कोशिश की। इनके वक्त में धनराशि भी बांटी गई थी। विधायकों ने खुद भैरों सिंह जी को पैसे सुपुर्द करने की पूरी कहानी बताई थी। उस वक्त भंवरलाल शर्मा के इन कारनामों की मीडिया में काफी चर्चा रही। राजस्थान की महान परंपरा रही है। इन नेताओं को कोई अधिकार नहीं। सरकार गिराने के कामों में चाहे कोई भी हो राजनीतिक पार्टियों में इस प्रकार के कुकृत्य करने के षड्यंत्र ना करें।