


नागौर। नागौर जिले में एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां तीन लोगों ने एक दलित महिला के साथ गैंगरेप किया है। जब दरिंदों को इतना से भी मन नहीं भरा तो उसने महिला के प्राइवेट प्रार्ट में बोतल डाल दी। इस दौरान पीडि़त महिला दर्द से कराहती रही, पर तीनों में से किसी का भी दिल नहीं पसीजा। वहीं, इस घटना से आसपास के इलाके में सनसनी फैल गई है। पीडि़त परिवार ने पुलिस में शिकायत की है. फिलहाल, तीनों आरोपी गांव से फरार हैं। उनकी तलाश की जा रही है. जानकारी के मुताबिक, घटना परबतसर इलाके की है। पीडि़त महिला किसी तरह घटना स्थल से घर पहुंची और सारी बात घर वालों को बताई। इसके बाद पुलिस में आरोपियों के खिलाफ शिकायत की गई। महिला का कहना है कि आरोपियों ने दुष्कर्म के बाद उसे धमकी देते हुए कहा कि यदि किसी से कहा तो जान से मार देंगे। धमकी से परिजन दहशत में हैं।
उनका इस थाने से तबादला हो गया था
स्थानीय थाना पुलिस ने बताया कि महिला बीते 19 जनवरी को पड़ोस के ही खेत में बने मकान में म_ा (छाछ) लेने गयी थी। पीडि़ता ने बताया कि जब वह छाछ ले रही थी। तभी पास के खेतों में काम कर रहे तीन युवक उसके पास आए और जबरदस्ती करने लगे। उसने तीनों युवकों के चंगुल से भाग निकलने की भरसक कोशिश की लेकिन तब तक उन युवकों ने उसे दबोच लिया और बारी-बारी से रेप किया। इसके बाद तीनों उसके प्राइवेट पार्ट में बोतल डाल दी। वहीं, घटना की जानकारी डिप्टी एसपी मकराना सुरेश कुमार सामरिया को दे दी गई है। इस मामले में चौंकाने वाली बात यह है कि जब दहशत के बीच जी रहे परिवार के एक सदस्य ने हिम्मत करके तत्कालीन थाना प्रभारी को इस घटना की जानकारी दी तो थाना प्रभारी ने केस दर्जी नहीं किया, क्योंकि उनका इस थाने से तबादला हो गया था। हालांकि, नए थाना प्रभारी ने भी परिवार की शिकायत के बाद मामला नहीं दर्ज किया था। अंत में बड़े अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद केस दर्ज किया गया।