


सिरोही। राजस्थान में बेलगाम हो रहे भ्रष्टाचार के नित नये-नये चौंकाने वाले मामले सामने आ रहे हैं। रिश्वत के एक मामले में सिरोही जिले के पिंडवाड़ा तहसील के तहसीलदार को पकडऩे गई भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम के डर से आरोपी तहसीलदार ने लाखों रुपये गैस चूल्हे पर रख जला दिये। तहसीलदार घर के अंदर नगदी जलाता रहा और एसीबी बाहर खड़ी दरवाजा खटखटाती रही। अंतत: एसीबी ने दरवाजा तोड़कर आरोपी तहसीलदार को गिरफ्तार कर लिया। ब्यूरो ने वहां से बड़ी संख्या में अधजले हुये रुपये बरामद किये हैं। ब्यूरो के अनुसार भ्रष्टाचार के खिलाफ जिले में यह कार्रवाई बुधवार को दोपहर में शुरू की गई थी। ब्यूरो ने अपराह्न करीब 4 बजे सरूपगंज के भांवरी पुलिया के नीचे राजस्व विभाग के रेवन्यु इंस्पेक्टर पर्वत सिंह को 1 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुये पकड़ा था। पूछताछ में उसने रिश्वत की यह राशि तहसीलदार कल्पेश जैन के लिये लेना बताया। इस पर ब्यूरो की टीम उसे साथ लेकर शाम को पिंडवाड़ा तहसीलदार कार्यालय पहुंची। लेकिन इस बीच तहसीलदार को किसी के माध्यम से एसीबी की कार्रवाई की भनक लग गई। इस पर तहसीलदार कल्पेश जैन अपने निवास में घुस गया। एसीबी भी उसके पीछे-पीछे उसके निवास पर पहुंच गई। लेकिन तहसीलदार ने दरवाजा नहीं खोला और उसने घर में रखी लाखों रुपये नगदी को गैस पर जलाना शुरू कर दिया। बाद में एसीबी ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से करीब 1 घंटे तक दरवाजा खुलवाने की कोशिश की। अंतत: एसीबी दरवाजा तोड़कर अंदर घुसी और तहसीलदार कल्पेश जैन को पकड़ा। लेकिन तब तक वह लाखों रुपये की नगदी जला चुका था। एसीबी ने वहां से अधजले नोट बरामद किये हैं। एसीबी के मुताबिक तहसीलदार ने करीब पांच लाख रुपये जला दिये। एसीबी आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है।
यह है पूरा मामला
दरअसल सरकारी भूमि से तेंदूपत्ता व आंवल छाल का टेंडर पास करने के लिए पिंडवाड़ा तहसीलदार ने ठेकेदार से 5 लाख रुपये में सौदा तय किया था। बाद में रेवन्यु इंस्पेक्टर के माध्यम से एडवांस पेटे एक लाख की रिश्वत लिया तय हुआ। एसीबी को जब इसकी शिकायत मिली तो उसने इसका लेनदेन करते हुये आरआई को दबोच लिया था।