


जयपुर। कोविड-19 के कारण 2020 में हज यात्रा निरस्त करने के बाद अब सऊदी अरब सरकार ने 2021 के लिए तैयारियां शुरू कर दी है। लेकिन कोरोना महामारी के चलते सेफ्टी के लिये बनाई गई गाइडलाइन हज यात्रियों की जेब पर भारी पड़ेगी और कई मुश्किलों को भी बढ़ा देगी। केंद्रीय हज कमेटी के नये सकुर्लर के मुताबिक अब हर हज यात्री पर अनुमानित खर्च 3.75 लाख रुपए आयेगा। इसके साथ ही सैंकेड क्लास वाली अजीजिया कैटेगरी में ही हज कराया जाएगा। इस बार ग्रीन कैटेगरी उपलब्ध नहीं रहेगी। 2019 में राजस्थान से हज यात्रा पर जाने का खर्च 2 लाख 25 लाख रुपए आता था। लेकिन 2021 की हज यात्रा में 1.50 लाख रुपए ज्यादा महंगा हो गई है।
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू हुई
हज वेलफेयर सोसायटी के प्रदेशाध्यक्ष हाजी निजामुद्दीन ने बताया कि राजस्थान से हर साल पांच से छह हजार लोग हज यात्रा पर जाते हैं। कोरोना के चलते हज यात्रा-2021 में 18 से 65 साल की उम्र वाले ही हज पर जा सकेंगे। 65 वर्ष से ज्यादा की उम्र वाले लोगों की हज यात्रा पर रोक रहेगी। प्रदेश में गत वर्ष 70 साल की उम्र के एक हजार से ज्यादा हज यात्री रिजर्व कैटेगरी में थे लेकिन वे अब हज पर नहीं जा सकेंगे। जून-जुलाई- 2021 में हज यात्रा पर जाने के लिए अब ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है। लेकिन कोरोना के कारण हज यात्रा में रुझान कम देखने को मिल रहा है। 7 नवंबर से शुरू हुए हज आवेदन प्रक्रिया में अब तक करीब 25 लोगों ने ही अप्लाई किया है।
कोरोना में हज यात्रा के बदले नियम
– अब सवा दो लाख की जगह खर्चा तीन लाख 75 हजार रुपये आएगा।
– 18 साल से कम और 65 साल से ज्यादा उम्र के लोग नहीं कर पाएंगे हज यात्रा।
– इस साल जयपुर से रवाना नहीं होंगी हज की उड़ानें। हज यात्रियों को दिल्ली से जाना होगा।
– रवानगी से तीन दिन पहले कोरोना टेस्ट अनिवार्य रूप से करवाना होगा।
– पॉजिटिव आने पर आवेदक की हज यात्रा रद्द कर दी जाएगी।
– सऊदी अरब में भी हज यात्रियों को पहले खुद को क्वारेटाइन करना होगा।
– हज यात्रा में गर्भवती महिलाओं, लीवर, किडनी, कैंसर और हृदय रोगियों को जाने की अनुमति नहीं मिलेगी।
– हज की अवधि भी 40 दिन से घटाकर 30 से 35 दिन की कर दी गई है।