






केकड़ी। जहां एक ओर लॉकडाउन के दौरान बार-बार मना करने के बावजूद कुछ लोग अनावश्यक रूप से बाहर घूम अपनी गैरजिम्मेदारियों का सबूत देते नजर आ रहे है। वहीं कुछ ऐसे कोरोना वॉरियर्स है जो हर परिस्थिति में उन्हीं गैरजिम्मेदार लोगों को उनकी जिम्मेदारी सिखाने देशसेवा में जुटे है। जानकारी में रहे कि अजमेर जिले के सरवाड़ थाने की महिला कॉन्स्टेबल संतोष जाट जो लॉकडाउन के दौरान सात माह की गर्भवती होने के बावजूद भी कड़ी धूप में ड्यूटी कर कोरोना से बचाव के लिए लोगों को जागरूक कर रही हैं। एक तरफ संक्रमण के खतरे के साथ ड्यूटी है तो दूसरी तरफ सात माह का गर्भ का फर्ज। न ड्यूटी के फर्ज से पीछे हट सकती हैं, न ही गर्भ की डोर छोडऩे को तैयार हैं। इसलिए अपने काम को भी बखूबी निभाती हैं। संतोष जाट बताती हैं कि मुझे काम करने की प्रेरणा मेरे पुलिस कप्तान से मिली अजमेर एसपी रात दिन काम कर रहे हैं। संतोष ने कहा कि जिम्मेदारियों से डटकर मुकाबला करना ही धर्म है। इसलिए मैं एक तरफ गर्भवती होने का धर्म निभा रही हूं। वहीं, दूसरी मेरा जो मूल कर्तव्य है, उसको भी पूरी तरह से निभाने का प्रयास कर रही हूं। बता दें कि ऐसी महिला सिपाही को हर कोई सैल्यूट कर रहा है और संतोष को भी अपने आप पर गर्व है कि वो इस महामारी में देश के साथ लोगों की सेवा कर रही हैं।