कोरोनाकाल में महिला कांस्टेबल सोनिया की शादी बनी एक मिसाल

Marriage of lady constable Sonia became an example in Coronkaal
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बुहाना (झुंझुनूं)। झुंझुनूं के बुहाना थाने में महिला कांस्टेबल की शादी से पहले बिंदौरी की रस्म अदा की गई तो थाना मंगल गीतों से गूंज उठा। दरअसल झुंझुनूं के बुहाना थाने में तैनात आसलवास निवासी महिला कांस्टेबल सोनिया की शादी 26 अप्रैल को होनी है। लेकिन शादी में 50 की संख्या सीमित होने तथा कल से नई गाइडलाइन लागू होने के बाद शादी समारोह में सभी पुलिसकर्मियों का शामिल होना मुश्किल था। इसलिए नई गाइडलाइन लागू होने से पहले ही बुहाना थाने में पुलिसकर्मियों ने महिला कांस्टेबल को घोड़ी पर बैठाकर उसकी बिंदौरी निकाली और मंगल गीत भी गाए। यह सारा कार्यक्रम महिला कांस्टेबलों व अन्य महिला स्टाफ द्वारा किया गया था। लेकिन बाद में इस खुशी में एसएचओ महेंद्र चौधरी सहित अन्य स्टाफ भी शामिल हुआ और उन्होंने महिला कांस्टेबल को शादी की बधाई दी। बहरहाल, बिना डीजे के नियमों की पालना करते हुए इस अनूठे आयोजन की सभी जगह चर्चा हो रही है। अक्सर थानों में अपराधियों के साथ ऊंची आवाज में बातचीत या फिर बदमाशी करके आए लोगों के बीच में गाली गलौच या फिर आरोप प्रत्यारोप की आवाजें ही सुनाई देती है। मंगल गीतों को सुनकर हर कोई थाने में इस नजारे को देखने के लिए पहुंचा।
थाने में ही शादी के मंगल गीत और हल्दी की रस्म निभाई
वहीं इससे पहले शुक्रवार को डूंगरपुर कोतवली थाने में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया था। जब महिला कांस्टेबल को शादी के लिए छट्टी नहीं मिली तो थाने में ही शादी के मंगल गीत और हल्दी की रस्म निभाई गई। 30 अप्रैल को शादी होनी है, लेकिन थाने से विदाई से पहले साथी पुलिसकर्मियों ने उसे हल्दी लगाई तो वहीं कुर्सी पर बैठाकर शादी के मंगल गीत भी गाये और शादी की बधाई देते हुए घर के लिए विदा किया।
पुलिसकर्मियों को अब शादी के लिए भी सीमित छुट्टियां ही मिल रही
कोरोनाकाल में हर कोई परेशान है तो वहीं पुलिस भी कोरोना गाइड लाइन की पालना के लिए दिन-रात जूझ रही है। यही कारण है कि पुलिसकर्मियों को अब शादी के लिए भी सीमित छुट्टियां ही मिल रही है। ऐसे में साथी पुलिसकर्मी शादी की इन खुशियों को कहीं कम नहीं होने देना चाहते इसीलिए महिला पुलिसकर्मी को थाने में ही हल्दी लगाकर खूब नाचे। कोतवाली थाने में तैनात महिला कांस्टेबल आशा रोत की शादी 30 अप्रैल को है, शादी को लेकर उसने आवेदन पहले ही कर दिया था, लेकिन छुट्टी की स्वीकृति नहीं मिली तो हल्दी की रस्म में घर नहीं जा सकी तो साथी पुलिसकर्मियों ने ही थाने में इस रस्म को पूरा किया। सबसे पहले थानाधिकारी दिलीपदान ने हल्दी तिलक लगाया।
महिला पुलिसकर्मियों ने उसे हल्दी लगाते हुए मंगल गीत गाये
इसके बाद अन्य साथी महिला पुलिसकर्मियों ने उसे हल्दी लगाते हुए मंगल गीत गाये। वहीं पुरुष पुलिसकर्मियों ने उसे कुर्सी पर बैठाकर खूब नाचे। इसके बाद ही महिला पुलिसकर्मी की छुट्टियां भी स्वीकृत हो गई और उसे शादी की शुभकामनाएं देते हुए थाने से विदा किया गया। आपको बता दे कि महिला कांस्टेबल आशा रोत शहर से 20 किलोमीटर दूर हिराता गांव की रहने वाली है और उसकी शादी माथुगामड़ा गांव के पास कोटाणा में होने वाली है।

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