


जयपुर। डूंगरपुर जिले में पिछले 10 दिनों में 512 बच्चे कोविड – 19 से संक्रमित पाए गए हैं। मामले की सूचना मिलने पर इस खबर को राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा गम्भीरता से लिया गया है। आयोग अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने बताया कि विशेषज्ञों एवं चिकित्सकों द्वारा कोरोना महामारी की तीसरी लहर की संभावना व्यक्त की जा रही है, जिसका प्रभाव मुख्यत: बच्चों पर होने की आशंका है। डूंगरपुर जिले में केवल 10 दिनों में 512 बच्चों में कोरोना संक्रमण पाया जाना चिन्ताजनक है। हमें बच्चों में कोरोना संक्रमण को रोकने हेतु समय पर उचित प्रबन्ध करने होंगें। उन्होने बताया कि मामले की गम्भीरता को देखते हुए डूंगरपुर जिला कलेक्टर सुरेश ओला एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से दूरभाष पर वार्ता कर जिले में कोरोना संक्रमण से प्रभावित बच्चों के संबंध में जानकारी ली है तथा निर्देश दिए हैं कि बच्चों को कोरोना संक्रमण से बचाने हेतु बाल आयोग द्वारा जारी गाइडलाइन की पालना करवाते हुए जिला, ब्लॉक एवं ग्राम स्तर पर समुचित व्यवस्थाऐं करवाना सुनिश्चित करावें। संगीता बेनीवाल ने डूंगरपुर जिला कलेक्टर को तुरंत चाइल्ड डेडिकेटेड कोविड सेन्टर बनवाने तथा आवश्यक दवाइयां, उपकरण, ऑक्सीजन, चिकित्सकों, इत्यादि की उपलब्धता सुनिश्चित करवाने तथा जिले में कोरोना संक्रमित बच्चों की सूचना आयोग कार्यालय को भिजवाने हेतु निर्देशित किया है। बाल आयोग की ओर से सभी जिला कलक्टर्स को चाइल्ड डेडिकेटेड कोविड सेन्टर बनाने एवं बच्चों के उपचार हेतु समस्त तैयारियां समय पर करने हेतु निर्देश दिए जा चुके हैं। इस सिलसिले में कुछ जिलों में चाइल्ड डेडिकेटेड कोविड सेन्टर संचालित किए जा चुके हैं और कुछ में प्रक्रियाधीन है। आयोग की ओर से राज्य में बच्चों को कोरोना संक्रमण से बचाने हेतु पूर्ण प्रयास किए जा रहे हैं। समस्त जिलों से रिपोर्ट मंगवाकर उनका अध्ययन किया जा रहा है। संगीता बेनीवाल ने आमजन से अपील की है कि बच्चों को घर पर ही रखें घर में किसी व्यक्ति के कोराना संक्रमित होने पर उसकी बच्चों से दूरी बनाए रखें। किसी भी प्रकार के कोरोना लक्षण दिखाई देने पर तुरन्त चिकित्सक से परामर्श लेकर उचित उपचार करावें।