


जयपुर। अशोक गहलोत सरकार ने राजस्थान के सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स को बड़ी सौगात दी है। केन्द्र सरकार की ओर से अपने कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बढ़ाये जाने की घोषणा के तत्काल बाद गहलोत सरकार ने राज्य कर्मचारियों और पेंशनर्स के महंगाई भत्ते में भी 3 प्रतिशत की बढ़ोतरी की घोषणा कर दी है। घोषणा के मुताबिक बढ़ा हुआ महंगाई भत्ता 1 जनवरी 2022 से लागू होगा। अब कर्मचारियों और पेंशनर्स को 34 प्रतिशत महंगाई भत्ता मिलेगा। महंगाई भत्ता बढ़ाये जाने से राज्य सरकार के खजाने पर सालाना करीब 1435 करोड़ रुपये का वित्तीय भार पड़ेगा। मार्च माह में गहलोत ने कर्मचारियों को दूसरी बड़ी सौगात दी है। राजस्थान सरकार ने भी केन्द्र के समान अपने कर्मचारियों और पेंशनर्स का महंगाई भत्ता तीन फीसदी बढ़ा दिया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के समाप्त होने से एक दिन पहले राजस्थान दिवस पर 30 मार्च को शाम को इसकी घोषणा की। वर्ष 2022 में गहलोत सरकार कर्मचारियों को दो बड़ी सौगातें दे चुकी है। इससे पहले सरकार ने बजट में कर्मचारियों की पुरानी पेंशन स्कीम बहाल की थी। महंगाई भत्ता बढ़ाये जाने का राजस्थान के करीब 12.5 लाख कर्मचारियों और पेंशनर्स को फायदा होगा। प्रदेश में करीब 8 लाख अधिकारी और कर्मचारी हैं। इनके अलावा करीब 4 लाख 40 हजार पेंशनर्स हैं। घोषणा के अनुसार यह महंगाई भत्ता राज्य कर्मचारियों के अतिरिक्त कार्य प्रभारित, पंचायत समिति और जिला परिषद के कर्मचारियों को भी देय होगा। महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी के बाद अब कर्मचारियों और पेंशनर्स का महंगाई भत्ता 31 प्रतिशत से बढक़र 34 फीसदी हो गया है। मार्च तक का महंगाई भत्ते का एरियर कर्मचारियों और पेंशनर्स के खातों में जमा होगा और अप्रेल से इसका नगद भुगतान किया जायेगा। उल्लेखनीय है कि हर बार केन्द्र की ओर से कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बढ़ाये जाने के बाद राज्य सरकार भी उसी अनुपात में अपने कर्मचारियों के महंगाई भत्ता बढ़ाने की घोषणा करती रही है। कर्मचारियों और पेंशनर्स को इसका बेसब्री से इंतजार रहता है। महंगाई भत्ता बढ़ाये जाने से कर्मचारियों और पेंशनर्स को बड़ी राहत मिली है। गहलोत सरकार की ओर से बजट में कर्मचारियों की पुरानी पेंशनी बहाली की घोषणा से कर्मचारी वर्ग सीएम गहलोत का पहले से ही मुरीद हो रखा है। अब महंगाई भत्ता बढ़ा दिये जाने से कर्मचारियों के साथ ही पेंशनर्स भी काफी खुश हैं।