


जयपुर। प्रदेश में इन दिनों एंटी करप्शन ब्यूरो बड़े-बड़े घूसखोरो को सलाखों के पीछे पहुंचाती जा रही है। एसीबी की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि घूसखोरी में राजस्थान पुलिस पिछले 4 सालों से नंबर वन है। दूसरे नंबर पर राजस्व विभाग, तीसरे नंबर पर पंचायत विभाग में तैनात कर्मचारियों और अधिकारियो ने रिकॉर्ड बनाया है। प्रदेश की खाकी ही राजस्थान सरकार को शर्मसार कर रही है। ये सभी कार्रवाई एसीबी के डीजी डॉक्टर आलोक त्रिपाठी और एडीजी दिनेश एमएन लगातार भ्रष्टाचारियों पर एक से बढ़कर एक कार्रवाई करते हुए जा रहे हैं।
पुलिस विभाग रिश्वत खोरी के धंधे में सबसे अव्वल
एसीबी की रिपोर्ट में एक बड़ा खुलासा हुआ है पुलिस विभाग रिश्वत खोरी के धंधे में सबसे अव्वल है तो राजस्व विभाग का इस पूरे मामले में नंबर दो पर है। स्वच्छ और बेदाग छवि के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लोगों के बीच भ्रष्टाचार मुक्त माहौल पैदा करने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं। वहीं दूसरी और शांति व्यवस्था स्थापित करने वाली पुलिस मुख्यमंत्री की छवि को बदनाम करने में लगी है। हाल में ही भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने एक रिपोर्ट तैयार की है। इसमें सामने आया है कि राजस्थान पुलिस के हाथ घूस की रकम से लाल-काले हुए हैं।
आइये हम आपको बताते है घूसखोरी में किस विभाग का कौनसा नंबर है…
– घूसखोरी में राजस्थान पुलिस नंबर वन के रिकॉर्ड पर
– दूसरे नंबर पर राजस्व विभाग
– तीसरे नंबर पर पंचायत विभाग में तैनात कर्मचारियों और अधिकारियो ने रिकॉर्ड बनाया
एसीबी डीजी आलोक त्रिपाठी के नेतृत्व में एसीबी की टीम लगातार बड़े-बड़े घूसखोरों पर कार्रवाई करती जा रही है। एसीबी डीजी आलोक त्रिपाठी ने सभी चौकी प्रभारियों को फ्री हेंड छोड़ रखा है। जिसके चलते एसीबी की टीम लगातार ताबड़तोड़ कार्रवाई करती जा है। एसीबी ने बजरी में लिप्त पुलिसकर्मियों पर भी शिकंजा कसा है। एसीबी ने अवैध वसूली करने वालों पर भी बड़ी कार्रवाई की है। एसीबी ने कई बड़े अधिकारियो को रंगें हाथों गिरफ्तार किया है और काला धन इक_ा कर अकूत संपत्ति बनाने वाले अधिकारियों को भी सलाखों के पीछे पहुंचाया है।
आइये अब आकड़ो के हिसाब से समझते है ट्रैप की कार्रवाइयों को…
– एसीबी ने पुलिस विभाग में पिछले 4 सालों में 263 पुलिसकर्मियों को रिश्वत लेते ट्रैप किया
– राजस्व विभाग में पिछले 4 सालो में 171 कर्मचारियों अधिकारियो को ट्रैप किया
– ऊर्जा विभाग में पिछले 4 सालो में 84 अधिकारी-कर्मचारियों को ट्रैप किया
– मेडिकल विभाग में पिछले 4 सालो में 52 अधिकारी-कर्मचारियों को ट्रैप किया
– पंचायत विभाग में पिछले 4 सालो में 115 अधिकारी-कर्मचारियों को ट्रैप किया
एसीबी लगातार बजरी में लिप्त पुलिस कर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई करती जा रही है। एसीबी के आकड़े जारी करने के बाद ये साबित हो गया है की एसीबी कार्रवाई के बाद पुलिस का भ्रष्टाचार उजागर हुआ है।