


जोधपुर। शहर में सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर 16 लाख की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। शहर के 5 बेरोजगारों से एक युवक सरकारी नौकरी लगाने का झांसा देकर 16 लाख रूपए लेकर फरार हो गया। पीडि़त बेरोजगार युवकों ने नौकरी के नाम पर झांसा देने वाले के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है। भोपालगढ़ निवासी महादेव चोटिया ने ओसिया तहसील की बिरसालु कलां में रहने वाले सुखदेव उर्फ ऋषि के खिलाफ 16 लाख की धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है। महादेव ने दर्ज एफआईआर में बताया कि सुखदेव से 2018 में दोस्ती हुई थी। उसने उस समय बताया था कि वो यूक्रेन में मेडिकल कर रहा है। इस बीच डेढ़ साल बाद महादेव को सुखदेव ने बताया कि उसकी पढ़ाई पूरी होने के बाद उसने जोधपुर के एमडीएम अस्पताल में ज्वाइन कर लिया है। उसने महादेव से कहा कि उसकी एमडीएम अस्पताल में अफसरों से सेटिंग हुई थी। लिहाजा उसने एमडीएम अस्पताल में चिकित्सक की नौकरी जॉइन कर ली। महादेव को सुखदेव ने जोधपुर के एमडीएम अस्पताल में रेडियोग्राफर की भर्ती निकलने और सेटिंग से नौकरी दिलाने का झांसा दिया। महादेव उसकी बातों में आकर बहन व मौसेरे भाई की रेडियोग्राफर की नौकरी लगाने के लिए बात की ओर बदले में 14 व 15 जुलाई 2020 को चेक ऑनलाइन के जरिए 5 लाख सुखदेव को दे दिए। इसके बाद सुखदेव ने सीएचओ की भर्ती में भी नौकरी लगाने का झांसा दिया। उस झांसे में भी महादेव आ गया। अपने मामा के दो बेटों की नौकरी लगाने के लिए 8 लाख रुपए दे दिए। इतना ही नहीं सुखदेव ने एफसीआई में सुपरवाइजर की नौकरी का भी झांसा दिया। जिसके बाद महादेव ने एक और रिश्तेदार से 3 लाख रुपए नौकरी के लिए दिलवाए। इस तरह सुखदेव ने 16 लाख रुपए लेकर कोई सरकारी नौकरी नहीं लगवाई। छह महीनों के अंतराल में सुखदेव ने महादेव के अलग-अलग रिश्तेदारों से 16 लाख रुपए सरकारी नौकरी के नाम पर ले लिए। लेकिन नौकरी को लेकर हर रोज टालमटोल करता रहा। इस बीच जब महादेव ने भोपालगढ़ थाना पुलिस में सुखदेव के खिलाफ मामला दर्ज कराया। उसके बाद भी सुखदेव महादेव को धमकियां देने लगा। महादेव की शिकायत पर भोपालगढ़ थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।