


बाड़मेर। सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि राजस्थान के बाड़मेर में एलियन आ गया है। यह रात को घर से बाहर घूम रहे लोगों पर हमले कर रहा है। इस एलियन जैसे दिखने वाले जानवर के साथ घायलों की फोटोज भी सोशल मीडिया पर डाली जा रही है। इन फोटो के साथ साथ दो ऑडियो भी शेयर किए जा रहे हैं। इसमें कभी इसे जंगली जानवर बताया जा रहा है तो कभी एलियन। ऑडियो में सुनाई दे रही आवाज में चेतावनी दी जा रही है कि रात को बाहर न निकले।
ने इस दावे की हकीकत जानने की कोशिश की। पड़ताल में जो सच सामने आया, वो चौंका देने वाला था…
सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि एलियन जैसे दिखने वाले एक जीव ने बाड़मेर के गुड़ामालानी में कई लोगों को गंभीर घायल कर दिया। ऑडियो में कहा गया है कि बाड़मेर के गुड़ामालानी और आसपास के इलाके में जंगली जानवर ने लोगों को हमला कर घायल कर दिया। इसमें शेयर की जा रही एक फोटो बाड़मेर जिले के गुड़ामालानी की है। इलाके के लूनी नदी क्षेत्र के डेडवास गांव निवासी महिला रात में घर में सो रही थी, इस दौरान जंगली जानवर ने उस पर हमला कर उसे लहूलुहान कर दिया। महिला के चेहरे को बुरी तरह से नोचा गया था, इससे महिला के चेहरे पर गंभीर घाव हो गए। लेकिन हमला किस जानवर ने किया, उसे महिला देख नहीं पाई थी।
गुड़ामालानी के लूनी नदी क्षेत्र के डेडवास गांव में एक महिला पर हुए हमले को सोशल मीडिया पर एलियन जैसे दिखने वाले जीव का हमला बताकर वायरल किया जा रहा है। जब ने ऑडियो और फोटो की पड़ताल की तो सारे फोटो फेक निकले। इस संबंध में बाड़मेर डीएफओ से बात की तो एक फोटो के अलावा बाकी फोटो फेक साबित हुए।
डीएफओ सविता दहिया ने कहा- जो फोटो और ऑडियो शेयर हो रहे हैं, वो सारे फेक हैं। इसमें सिर्फ एक फोटो बाड़मेर गुड़ामालानी निवासी एक महिला का है। इसकी भी जांच की जा रही है। यदि महिला पर वन्य जीव ने हमला किया तो वन विभाग की ओर से मुआवजा दिया जाएगा। वहीं हमने गुड़ामालानी नहर वाले इलाके में कैमरे लगाए हैं। साथ ही ट्रेंकुलाइज गन के साथ टीम भी नजर बनाए हुए है। कांधी ढाणी क्षेत्र इलाके में पिंजरा भी लगाया गया है।
27-28 दिसंबर की रात को अज्ञात जानवर ने किया था हमला
गुड़ामालानी के लूनी नदी क्षेत्र के डेडवास गांव में 27- 28 दिसंबर की रात अज्ञात वन्यजीव ने महिला व पालतू पशुओं पर हमला किया था। सूचना के बाद वन विभाग अलर्ट हुआ।लूनी नदी के 30 वर्ग किमी. क्षेत्र में 4-4 कार्मिकों की दो टीम गठित कर सर्च अभियान शुरू किया गया। इसके साथ ही 3 ट्रेप कैमरे भी लगाए गए हैं, ताकि अज्ञात वन्य जीव की हलचल उसमें कैद हो सके। टीम के अनुसार यह अज्ञात वन्य जीव संभवत: लकड़बग्घा (जरख) हो सकता है।
पगमार्क मिलने पर चलाया था सर्च ऑपरेशन
डीएफओ ने बताया- लूनी नदी किनारे बसे डेडावास, रतनपुरा, पादरड़ी, पालयाली, कंधी ढाणी में एक वन्य जीव के पगमार्क मिलने की सूचना पर इन इलाकों में टीमें तलाश कर रही हैं। वन विभाग की ओर से रेस्क्यू के लिए कान्धी ढाणी क्षेत्र में पिंजरा भी लगाया गया, लेकिन फिलहाल सफलता नहीं मिली है।
रेस्क्यू टीम ट्रेंकुलाइज गन के साथ तैनात है। वन विभाग ने ग्रामीणों को सावधानी बरतने और रात के समय अकेले घर से बाहर न निकलने की हिदायत दी है।