


दौसा। दौसा जिले के एक सरकारी स्कूल में पढऩे पहुंचे बारहवीं कक्षा के छात्र के बैग से स्कूल के अध्यापक को देसी कट्टा मिलने से स्कूल अध्यापक हैरान रह गया। अध्यापक ने देसी कट्टा मिलने का प्रकरण प्राचार्य को बताया तो वहीं अन्य स्टाफ के साथियों को भी अवगत करवाया गया। इस पर सभी ने कक्षा कक्ष में पहुंचकर देसी कट्टे को देखा तो वे भी भौचक्के रह गए। 16 वर्षीय 12वीं कक्षा के छात्र के बैग से देसी कट्टे के मिलने पर स्कूल स्टाफ ने पुलिस को इसकी सूचना दी। सूचना पर पुलिस स्कूल में पहुंची तो पुलिस भी छात्र के बैग से मिले देसी कट्टे को देखकर अचंभित रह गई। पुलिस इस बात का पता लगाने का प्रयास कर रही है कि छात्र के पास यह देसी कट्टा कहां से आया और वह स्कूल में बैग में रखकर देसी कट्टा किस मकसद से लेकर आया था। मामला गुल्लाना गांव में स्थित राजकीय माध्यमिक विधालय का है। दरअसल दौसा के बांदीकुई विधानसभा क्षेत्र के बसवा थाना क्षेत्र के गुल्लाना गांव में स्थित राजकीय माध्यमिक विद्यालय के स्कूल के प्राचार्य के निर्देश पर किस-किस बच्चे के पास एंड्रॉयड फोन है। इसकी जांच के लिए स्कूल के अध्यापक सभी बच्चों के बैग की तलाशी ले रहे थे। इसी दौरान मोबाइल चेकिंग के समय 12वीं कक्षा में पढऩे वाले 16 वर्षीय एक नाबालिक बच्चे के बैग से अध्यापकों को देसी कट्टा मिला, तो वे हैरान रह गए। आखिर स्कूल में पढऩे वाला नाबालिक बच्चा देसी कट्टा कहां से लेकर आया और स्कूल में क्यों लेकर आया। इसको लेकर स्कूल स्टाफ सकते में आ गया। सूचना पर बसवा थाना पुलिस स्कूल पहुंची और देसी कट्टे को अपने कब्जे में लिया।
बसवा थानाधिकारी दारा सिंह का कहना है पुलिस इस बात का पता लगाने का प्रयास कर रही है। देसी कट्टा बच्चे के पास कहां से आया और बच्चा देसी कट्टे को स्कूल में क्यों लेकर आया था, कहीं कोई आपराधिक घटना को अंजाम देने वाला तो नहीं था। यह पुलिस की जांच के बाद ही साफ होगा, लेकिन हैरान करने वाली बात यह है जिस स्कूल बच्चे के हाथ में कॉपी-किताब और कलम होनी चाहिए थी, उस बच्चे के हाथ में अवैध देसी कट्टा आना चिंता का विषय है।