


जयपुर। बिजली चोरी के मामलों की अब ऑनलाइन मॉनीटरिंग हो सकेगी। ऊर्जा विभाग की विजिलेंस चैकिंग टीमें अब मोबाइल एप के जरिए मौके से ही चालान बनाने के लिए ऑनलाइन डेटा सब्मिट कर सकेंगी। जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने विजिलेंस एप डवलप किया है, जिसे ऊर्जा मंत्री बीडी कल्ला ने लॉन्च किया। एप लॉन्चिंग के दौरान ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव दिनेश और जेवीवीएनएल के एमडी एके गुप्ता ने बताया कि बिजली चोरी की घटनाओं को रोकने की प्रक्रिया अब पूरी तरह पारदर्शी होगी। इससे उपभोक्ताओं को परेशानी नहीं होगी। हालांकि शिकायतें आने पर बाद में समझौता समितियों के जरिए इनका निस्तारण किया जाएगा। ऊर्जा मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि वर्ष 2005 में बिजली कंपनियों में छीजत 41 प्रतिशत थी, जो अब 18 प्रतिशत है। यदि हम 1 प्रतिशत भी छीजत कम करते हैं तो 450 करोड़ की बचत होती है। पिछले डेढ साल में मौजूदा सरकार ने बिजली छीजत 2 प्रतिशत से ज्यादा कम की है। इस एप की सफलता के बाद इसे अजमेर और जोधपुर विद्युत वितरण निगमों में भी लागू किया जाएगा। मंत्री ने कहा कि स्मार्ट मीटर लगाने का काम भी तेजी से किया जा रहा है। सबसे पहले बिजली विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों की कॉलोनियों में स्मार्ट मीटर लगाएंगे। जिससे कि कोई खामी सामने आने पर इसे दूर किया जा सके। इसके बाद जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की कॉलोनियों में भी स्मार्ट मीटर लगाएंगे। इन्हें 1 एक साल में पूरे डिस्कॉम के उपभोक्ताओं के लगाया जाएगा।