


जोधपुर। कमिश्नरेट के एक एएसआई के खिलाफ महिला ने सूरसागर थाने में दुष्कर्म किए जाने का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दी है। एएसआई को अब निलंबित कर दिया गया है। उसके खिलाफ दुष्कर्म में अनुसंधान किया जा रहा है। आरोप है कि एएसआई उसे धमकाता रहा है। पीडि़ता की रिपोर्ट पर पुलिस की तरफ से जांच आरंभ की गई है। पुलिस ने बताया कि एएसआई ओमाराम पर एक महिला ने आरोप लगाते हुए सूरसागर थाने में रिपोर्ट दी है।
चालान छुड़ाने का झांसा देकर कई बार किया दुष्कर्म
महिला का आरोप है कि वर्ष 2020 फरवरी में उसका कोई चालान हो गया था। तब एएसआई ओमाराम के संपर्क में आई। इस पर उसने चालान छुड़ाने का झांसा दिया और उससे दुष्कर्म किया गया। वह कई बार उससे दुष्कर्म करता रहा। फिर वह सूरसागर से मकान खाली कर रातानाडा एरिया में रहने चली गई। जहां पर भी वह पहुंचा और दुष्कर्म करने के साथ धमकाया। यातायात एवं मुख्यालय के डीसीपी राजेश मीणा ने उसे निलंबित करने के आज आदेश जारी कर दिए। साल 2016 में भी एएसआई ओमाराम एक बार पहले भी निलंबित हो चुका है। तब एक विधवा महिला व उसकी बेटी के किसी मामले में सहयोग करने की बात कहकर उनके साथ ज्यादती करने का आरोप लगा था। जिसमें थाने में सहयोग की एवज में एएसआई ने रिश्वत के साथ अस्मत मांगी थी। जिस पर उसे निलंबित किया गया था।
लंबे समय से शहर की यातायात पुलिस में तैनात
एएसआई ओमाराम पिछले लंबे समय से शहर की यातायात पुलिस में तैनात है। इसी साल जुलाई में जलजोग चौराहा पर ड्यूटी के दौरान एक गाड़ी को रोकने का प्रयास किया था। लेकिन वाहन चालक ने ओमाराम पर गाड़ी चढ़ाने का प्रयास किया। जिस पर ओमाराम गाड़ी की बोनट पर चढ़ गया था व काफी दूर बोनट पर ही रहा और वाहन चालक गाड़ी को दौड़ाता रहा। आखिर में ओमाराम गाड़ी की बोनट से नीचे गिर गया और वाहन चालक मौके से भाग गया था। इस दौरान भी एएसआई ओमाराम काफी चर्चा में रहा था।