


बीकानेर। कहते है जब हौंसले बुलंद हो और मन में कुछ करने का जज्बा हो तो कोई भी सपना अधूरा नहीं रहता है। आखिरकार मंजिल मिल ही जाती है। ऐसा ही एक कारनामा बीकानेर संभाग के श्रीगंगानगर जिले के गांव बींझबायला इलाके के गांव 58 एलएनपी की लाडली सुनीता ने कर दिखाया है। सुनीता ने मेहनत से वह ऑस्टे्रलिया क्रिकेट की लेवल वन सर्टिफाइड कोच बनकर देश का नाम रोशन किया है। सुनीता ने 8 साल पहले क्रिकेट की दुनिया में कदम रखा था। श्रीगंगानगर के एवी जैन कॉलेज से सुनीता ने ग्रेजुएशन किया। क्रिकेट में रुचि होने पर कॉलेज की टीम में शामिल हो गईं। इसके बाद एमजीएस यूनिवर्सिटी, बीकानेर के इंटर यूनिवर्सिटी क्रिकेट टीम में 2012 से 2015 तक शामिल रहीं। साल 2015 में राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन की सीनियर स्टेट चैम्पियनशिप में भाग लिया। एक बार कैप्टन बनने का मौका भी मिला। 2016 में वे चंडीगढ़ क्रिकेट एसोसिएशन से जुड़ीं और अंडर-14 ब्वाय एंड गल्र्स टीम का हिस्सा रहीं। श्रीगंगानगर के गांव फूसेवाला में शादी के बाद पति हेमंत करड़वाल ने भी मनोबल बढ़ाया।
नहीं रूकी सुनीता, मंजिल तक पहुंची
सुनीता ने बताया कि फिलहाल वे कनाडा में रहती हैं। ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों को क्रिकेट की बारीकियां सिखाती हैं। सुनीता को चंडीगढ़ में कोच रहते हुए ऑस्ट्रेलिया में कोच के लिए होने वाली ऑनलाइन परीक्षा के बारे में पता चला। सुनीता ने ऑस्ट्रेलिया की नेशनल कोचिंग एक्रिडेशन स्कीम में इंट्रोडक्शन टू क्रिकेट ऑनलाइन कोर्स के लिए एप्लाई किया। इस कोर्स में पास होने पर कम्युनिटी कोच एक्रिडेशन कोर्स को भी पार कर लिया। सुनीता यहीं नहीं रुकीं, उन्होंने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के नेशनल कोच एक्रिडेशन का मास्टर ब्लास्टर मॉड्यूल पास किया। इस आधार पर साल 2019 में ऑस्ट्रेलिया के डेनिस क्रिकेट क्लब में कोच बनीं।