


बीकानेर। राजा-महाराजाओं का खजाना गढ़ों के तहखानों-दीवारों में कैद रखा जाता है। बीकानेर राजा के महल जूनागढ़ की मरम्मत करते हुए खाई की दीवारों से सोना निकलने की खबर ने सुनी-सुनाई इन बातों को बल दे रही है। पूरा मामला तब सामने आया जब न केवल सोना निकलने की पुष्टि हुई वरन एक शख्स पर यह सोना खुर्द-बुर्द कर देने का आरोप लगा। इसकी रिपोर्ट बीकानेर के कोटगेट थाने में दर्ज करवाई गई है।घटना 24 मार्च की बताई जा रही है। बीकानेर के कोटगेट थाने में संजय शर्मा की ओर से दर्ज करवाई गई रिपोर्ट में बताया गया है कि मरम्मत के दौरान जूनागढ़ की खाई से सोने के ‘आरबीएल’ लिखे हुए बिस्किट मिले थे। इन्हें रियासतकाली सोने की मोहर कहा जाता था।
ये मोहरें मजदूरों ने जूनागढ़ के सुपरवाइजर प्रहलादसिंह को सौंपीं। प्रहलादसिंह ने यह सोना न तो सरकार को सौंपा न ट्रस्ट को खबर थी। आशंका जताई गई है कि खुर्द-बुर्द करने की नीयत से यह प्रहलादसिंह ने इस बारे में किसी को नहीं बताया।