


बीकानेर। जिले के गजनेर पुलिस थाना क्षेत्र में अवैध खनन व रॉयल्टी को लेकर उपजा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब हालात इस कदर हो गए कि हर दिन एक-दूसरे के खिलाफ मुकदमेबाजी हो रही है। जिससे न केवल पुलिस प्रशासन प्रशासन हो रहा बल्कि क्षेत्र में अशांती का माहौल भी बन रहा। आज भी रॉयल्टी विवाद से जुड़े चार मामले सामने आए है। पहला मामला नोखा गांव निवासी मोहन सिंह ने प्रभुदयाल गोदारा, मोहनराम गोदारा, विकास, राजेश, प्रेम ज्याणी, पंकज धतरवाल, रामस्वरूप तथा 20 से 25 अन्य लोगों के खिलाफ दर्ज करवाया है। रिपोर्ट में परिवादी ने बताया कि आरोपी एकराय होकर आये तथा प्रभुदयाल गोदारा ने आते ही कहा कि पिस्तौल निकालों व इन रॉयल्टी वालों को गोली मारो। इतना कहते हुए प्रभुदयाल ने मेरी दाड़ी पकड़ ली और अन्य सभी लोग मारने लगे। इस आरोपियों ने कहा कि बजरी सिलीका सैण्ड भी हुई गाडिय़ों को बिना रॉयल्टी दिये व रवान्ना कटवाये रवाना करो तथा इन रॉयल्टी वालों की बोलेरो कैंपर तोड़ दो, अंदर जो भी बैठा है उसे भी मार दो। उसके बाद सबको मारना पीटना शुरू कर दिया।
दूसरा मामला तिलक नगर निवासी हनुमानराम पुत्र बनवारीलाल ने मोहन सिंह, तेजूसिंह, प्रदीप सिंह, जे.डी. सिंह व 10-12 अन्य लोगों के खिलाफ दर्ज करवाया है। परिवादी ने रिपोर्ट में बताया कि मैं ट्रक-ट्रेलर पर बतौर ड्राईवर काम करता हूं तथा ट्रक-ट्रेलर को मैं बजरी में परिवहन में चलता हूं। 30 जून को गांव हाडला में सिथत जगदंबा माइंस से मेरे ट्रक-ट्रेलर में बजरी भरकर रॉयल्टी नाका पर रॉयल्टी व रवान्ना कटवाने जा रहे थे। जैसे ही हम उस माइंस से निकले इतने में दो-तीन गाडिय़ां आई, आते ही बोलेरो कैंपर के ड्राईवर ने हमारे ट्रक-ट्रेलर के ड्राईवर साईड टक्कर मारी तो हमने ट्रक-ट्रेलर रोक लिया। इतने में दो गाडिय़ां और आ गई। परिवादी ने बताया कि मेरे से पैसे छीन लिये तथा मेरे साथ मारपीट की। तीसरा मामला बंगलानगर निवासी रामस्वरूप पुत्र भागीरथ ने मोहनसिंह, तेजूसिंह, प्रदीप सिंह, जेडी उर्फ जयदेव सिंह तथा 40-50 अन्य लोगों पर दर्ज करवाया है। रिपोर्ट में परिवादी ने बताया कि 30 जून की सुबह करीब तीन बजे की बाता है। मैं तथा मेरे साथ प्रभुदयाल गोदारा, कालूराम सियाग, राजू ज्याणी गांव हाडला की रोही में स्थित श्री किसन सिंवर वकील के खेत पर सो रहे थे। इस दौरान मुझे जोर से धमाके की आवाज सुनाई दी तो हमने सोचा कोई एक्सीडेंट हो गया है तो हम वहां भागकर मौके पर गये तो देखा कि यहां एक 12 चक्का डंपर में बोलेरो गाड़ी टकराई हुई खड़ी थी तथा वहां मौके पर डी जी टी कंपनी के व्यक्ति मोहन सिंह, तेजसिंह, प्रदीप सिंह, जे डी उर्फ जयदेव सिंह तथा 40-50 अन्य लोग हाथों में सरिये पाईप लाठियां, पिस्तौल, राईफल आदि लेकर खड़े थे। हमें देखते ही मोहनसिंह ने कहा कि ये प्रभुदयाल वगैरा आ गये है, ये कई दिनों से रॉयल्टी का विरोध कर रहे है इनको सबक सिखाते है। इतना कहते ही तेजसिंह ने लोहे के सरिये की मेरे सिर पर मारी तथा प्रदीप सिंह ने कमर पर मारी। रॉयल्टी विवाद से जुड़ा चौथा मामला हियादेसर निवासी सुनील पुत्र शंकरलाल जाट ने मोहन सिंह, जे.डी. जयदेव सिंह, तेजूसिंह, प्रदीप सिंह व दस-बारह व्यक्तियों पर दर्ज करवाया है। परिवादी ने रिपोर्ट में बताया कि 30 जून को गांव हाडला में स्थित एस.के.एम.3 माइंस से मेरे डंपर में बजरी भरकर रॉयल्टी नाका पर रॉयल्टी व रवान्ना कटवाने जा रहे थे। जैसे ही हम उस माइंस से निकलकर करीब 500 मीटर चले थे कि इतने में डी.जी.टी. कंपनी के दो तीन गाडिय़ों में 15-20 आदमी हाथों में लोहे के सरिये, लाठियां व पिस्तौल आदि हथियार लेकर आये ओर हमारी गाड़ी के आगे बोलेरो गाड़ी देकर रूकवा लिया तथा उन गाडिय़ों में से मोहन सिंह, जे.डी. जयदेव सिंह, तेजूसिंह, प्रदीप सिंह व 10-12 अन्य व्यक्तियों ने हमारे साथ मारपीट की तथा आठ हजार रुपए छीन लिये।