


जयपुर। राजस्थान के 11 लाख बेरोजगारों को शिक्षा विभाग की थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती का बेसब्री से इंतजार है। अभ्यर्थी इस भर्ती घोषणा के बाद आठ महीने से इंतजार कर रहे हैं। 31 हजार पदों की भर्ती को लेकर शिक्षा विभाग की तैयारियां यूं तो अंतिम दौर में हैं, लेकिन ओवर एज होने के डर से कैंडिडेट जल्द इस भर्ती की तारीख जारी होने की उम्मीदें संजोए बैठे हैं। राज्य के प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों को यदि किसी भर्ती का बेसब्री से इंतजार है तो वो है रीट शिक्षक भर्ती। 24 दिसम्बर 2019 को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 31 हजार पदों पर शिक्षक भर्ती के लिए रीट भर्ती परीक्षा के आयोजन की घोषणा की थी। इसके बाद शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने भी परीक्षा 2 सितम्बर 2020 को आयोजित करवाने की घोषणा की, लेकिन करीब 8 महीने बीत जाने के बाद भी प्रदेश के करीब 11 लाख बेरोजगारों को भर्ती की विज्ञप्ति, पैटर्न और परीक्षा तिथि का इंतजार है। अभ्यर्थियों की मानें तो बड़ी तादात में ऐसे कैंडिडेट भी इस परीक्षा में शामिल है जो ओवरएज होने की स्थिति में हैं और लंबे समय से इस परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। यदि अब भी और देरी की जाती रही तो उन्हें बड़ा नुकसान झेलना पड़ेगा। रीट शिक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर प्रदेश के करीब 11 लाख से ज्यादा बेरोजगार तैयार कर रहे हैं, जो कई बार शिक्षा मंत्री मुख्यमंत्री समेत जनप्रतिनिधियों से इसे लेकर मांग कर चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई विभागीय नोटिफिकेशन जारी नहीं हुआ है। ऐसे में अब बेरोजगारों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर राज्यव्यापी कड़ा आंदोलन किया जाएगा।
सितंबर में हो सकती है परीक्षा
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा पहले मई महीने तक इस परीक्षा को सितम्बर में आयोजित करवाने की बात कहते रहे, लेकिन कोरोना काल लम्बा खींचने के चलते परीक्षा का समय और आगे पर टाल दिया गया। हाल ही में प्री डीएलएड की परीक्षा कोरोना गाइडलाइन के साथ कराई गई तो। इससे बेरोजगारों की उम्मीदें जागी है कि प्रतियोगी परीक्षा भी सरकार पूरे एहतियात के साथ करवा सकती है। लेकिन परीक्षा से पहले विज्ञप्ति और तिथि की घोषणा करना बेहद जरूरी है। हर बार परीक्षा का आयोजन करने वाले माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान को भी अब तक रीट के संबंध में कोई निर्देश नहीं मिले हैं, लेकिन शिक्षा मंत्री ने जहां हालात सामान्य होने पर परीक्षा आयोजन की बात कही, तो वहीं उनका ये भी कहना था कि प्रदेश के बेरोजगार अभ्यर्थियों को ध्यान में रखते हुए शिक्षा विभाग में भी कई भर्तियां की गई। ऐसे में अभ्यर्थियों को इस परीक्षा के लिए भी निश्चिंत रहकर अपनी तैयारी करनी चाहिए। इस मामले में सात सिंतबर को शिक्षा विभाग के अधिकारियेां के साथ वार्ता करेंगे। इसमें पैटर्न, परीक्षा तिथि और विज्ञप्ति को लेकर फैसला किया जा सकता है। अब शिक्षा विभाग के द्वारा जल्द परीक्षा कराने के आश्वासनों पर अभ्यर्थियों को भरोसा करना होगा, क्योंकि सरकारी आश्वासनों पर ही बेरोजगारों की उम्मीदें कायम है।