


जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विश्व बाल श्रम निषेध दिवस पर आज प्रदेशवासियों को एक बड़ी सौगात दी है। जिसमें कोरोना से अनाथ हुए बालक और विधवा महिला को एक लाख का अनुदान का फैसला लिया है। अनाथ बच्चों को 18 साल की उम्र तक 2500 रुपए की मासिक सहायता मिलेगी, जबकि उन्हें 18 साल की उम्र पूरी होने पर 5 लाख की सहायता दी जाएगी। यह फैसला राज्य स्तरीय वेबिनार में प्रदेश पर मंथन के दौरान ने सीएम गहलोत ने मुख्यमंत्री कोरोना बाल एवं विधवा कल्याण योजना का ऐलान किया। विश्व बाल श्रम निषेध दिवस आज आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में राज्यस्तरीय वेबिनार में प्रदेश पर मंथन किया गया। जिसमें प्रदेश में 27 लाख बाल श्रमिकों की उपस्थिति पर चिंता जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस दिशा में काम की अहम जरूरत बताई। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बोले कि सबको पता है चुनौती बड़ी है। अगर समस्या पूरी तरह खत्म करनी है सही स्टडी करनी होंगी। देखना होगा कि किन किन देशों में बाल मजदूरी नहीं है। किस देश ने बाल मजदूरी को कैसे खत्म किया। आम आदमी की वो मजबूरियां खत्म करनी होंगी जिससे बाल मजदूरी खत्म हो। उन्होंने वेबिनार में कैलाश सत्यार्थी के बयान को बहुत बड़ा कॉम्प्लिमेंट बताया। कहा कि अगर आप राजस्थान को देश मे सबसे सुरक्षित महसूस कर रहे हैं, ये पूरे प्रदेश के लिए यहां की सरकार, मशीनरी, डॉक्टरों के लिए बड़ी बात है। बाल मजदूरी खत्म करने के लिए हमें नीतिगत कार्य करना बहुत जरूरी है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कोविड के डेल्टा वेरी 7 से भी चेताया। उन्होंने कहा कि कोविड के बी-16172 वायरस वेरिएंट बेहद खतरनाक है, डब्ल्यूएचओ ने इसे नाम दिया है डेल्टा। मुख्यमंत्री ने कहा कि बहुत ज्यादा सभी को सावधान रहने की जरूरत है। इस वेरिएंट में अंगों को नुकसान बहुत ज्यादा और ज्यादा तेज होता है। ब्रिटेन और अमेरिका में वायरस से नुकसान हुआ है।
कोरोना की दूसरी लहर में अनाथ बच्चों को मिलेगी ये सुविधा
कोविड-19 से निराश्रित-असहाय परिवार में मृत्यु होने की स्थिति में राहत देगी राज्य सरकार। कोरोना महामारी से माता-पिता दोनों की अथवा एकल जीवित की मृत्यु होने पर अनाथ हुए बच्चों को ‘PM CARES for Children’ की मिलेगी सुविधा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री कोरोना बाल कल्याण योजना के अन्तर्गत खास लाभ मिलेगा। अनाथ बालक / बालिका की तत्काल आवश्यकता हेतु एक लाख रूपये का अनुदान। 18 वर्ष तक प्रतिमाह 2500 रूपये की सहायता मिलेगी। 18 वर्ष पूर्ण होने पर 5.00 लाख रूपये की एकमुश्त सहायता।
12वीं तक नि:शुल्क शिक्षा आवासीय विद्यालय अथवा छात्रावास के माध्यम से दी जाएगी। कॉलेज में अध्ययन करने वाली छात्राओं को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा संचालित छात्रावासों में प्राथमिकता से प्रवेश दिया जायेगा। कॉलेज छात्रों के लिये आवासीय सुविधाओं हेतु अम्बेडकर डीबीटी वाउचर योजना का लाभ दिया जाएगा। युवाओं को मुख्यमंत्री युवा संबल योजना के अन्तर्गत बेरोजगारी भत्ता दिये जाने में प्राथमिकता से लाभ।
विधवा महिलाओं को मिलेगी ये सहायता
राज्य सरकार द्वारा कोविड-19 की द्वितीय लहर के दृष्टिगत बड़ा कदम। कोविड-19 से निराश्रित-असहाय परिवार में मृत्यु होने की स्थिति में मिलेगी बड़ी राहत। राहत प्रदान करने लिए दिया जाएगा अनुदान। कोविड-19 से पति की मृत्यु होने पर विधवा हुई महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। 1 लाख रुपए एकमुश्त एक्स ग्रेसिया 1,500 रुपये प्रति माह विधवा पेंशन का लाभ मिलेगा। सालाना आय की अनिवार्यता से ये सहायता मुक्त होगी। सभी आयु वर्ग की महिलाओं को योजना का लाभ मिलेगा। विधवा महिलाओं के बच्चों को 1,000/- रुपए प्रति बच्चा प्रति माह अनुदान मिलेगा। विद्यालय की पोशाक व पाठ्य पुस्तकों के लिए सालाना 2,000/- रुपए का लाभ दिया जाएगा।