


बीकानेर। गुजरात के युवक के साथ चार बदमाशों ने नई दिल्ली में खुद को सरकारी अधिकारी बताकर चालीस लाख रुपए लूट की वारदात को अंजाम दिया। इस पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इन युवकों को बीकानेर से गिरफ्तार कर लिया है। घटना आठ नवम्बर की है और तीनों बदमाश सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए थे। दरअसल, गुजरात के महसाणा निवासी किरण चौहान के साथ आठ नवम्बर को दिल्ली में लूट हुई थी। किरण के पास उस समय चालीस लाख रुपए थे। बीकानेर और नागौर के युवकों ने एक कार में उसका पीछा किया और बीच रास्ते उससे चालीस लाख रुपए लूट लिए। ये सारी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जिसके बाद पुलिस ने पहले कार का पता लगाया और बाद में बदमाशों का। वारदात में जो कार काम में ली गई, उसमें जीपीएस लगा हुआ था। दिल्ली पुलिस ने जीपीएस के आधार पर ही कार को बीकानेर से बरामद कर लिया। घटना में शामिल नागौर के प्रेमचंद भाटी का सबसे पहले पता चला। प्रेमचंद के भाई का बीकानेर में होटल है। दिल्ली पुलिस उसका पीछा करते हुए प्रेमचंद के भाई पन्नाराम के होटल तक पहुंची। जो कार सीसीटीवी में कैद हुई उसमें प्रेमचंद साफ नजर आ रहा था। पन्नाराम से पूछताछ करने पर पता चला कि ये प्रेमचंद भाटी है। जिसके बाद उसे हिरासत में ले लिया। इसके अलावा बीकनेर से राजेश, महावीर व राणु प्रकाश को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। अब इनकी गिरफ्तारी हो सकती है। दरअसल, प्रेमचंद, राणु प्रकाश, राजेश और महावीर चारों ने खुद को सरकारी अधिकारी बताते हुए पहले किरण चौहान को रोका और फिर उसके चालीस लाख रुपए लूट लिए। दिल्ली के रानीबाग थाने में इस आशय का मामला दर्ज है। जिसके बाद इंस्पेक्टर चंद्रशेखर को इस मामले की जांच दी गई थी। चंद्रशेखर ने ही बीकानेर पहुंचकर बदमाशों को हिरासत में लिया।