


जयपुर। पिछले 30 सालों के मौसम विश्लेषण के बाद आखिरकार राजस्थान में मानसून के आने और जाने की तिथियां बदल ही गई है। इस साल प्रदेश में जहां मानसून 10 दिन की देरी से राजस्थान में प्रवेश करेगा। वहीं, 12 दिन की देरी से भी विदा होगा। मौसम विभाग के अनुसार बदलते हुए मौसम परिवर्तन और स्थितियों के बाद अब प्रदेश में मानसून आने और जाने की सामान्य तिथियों में भी परिवर्तन आ गया है। जलवायु आंकड़ों के विश्लेषण के बाद राष्ट्रीय मौसम विभाग ने पूरे देश मे मानसून की सामान्य तिथियों में बदलाव किया है। पिछले 30 सालों से राजस्थान में मानसून 15 जून को दस्तक देता है, लेकिन नई तिथि के अनुसार अब राजस्थान में 15 जून के स्थान पर 25 जून को मानसून के प्रवेश की तिथि निर्धारित की गई है। वहीं, राजस्थान से अब 20 सितंबर की जगह 27 सितंबर को मानसून की पूरी तरह विदाई होगी। अब राजधानी जयपुर में अब मानसून का प्रवेश 25 जून की जगह एक जुलाई को होगा। जयपुर में छह दिन की देरी से मानसून का प्रवेश होगा और छह दिन बाद जाएगा। देश में एक जून को ही मानसून के प्रवेश की तिथि निर्धारित है। मौसम विभाग के अनुसार पिछले 30 वर्षों के जलवायु आंकड़ों का विश्लेषण किया जाता है। इसके बाद भौगोलिक और जलवायु परिवर्तन का अध्ययन भी किया जाता है। पिछले 30 सालों के विश्लेषण के आधार पर देखा गया है कि मानसून की प्रदेश की सामान्य तिथियों में थोड़ा बदलाव आया है। इसी विश्लेषण के बाद मौसम विभाग में मानसून के तंत्र की तिथियों में बदलाव किया है।