


बीकानेर। रिश्तेदारों की मृत्यु की खबर सुनकर लॉकडाउन से पूर्व कर्नाटक के गुलबरगा से आए दिलीप कुमार डेढ माह से बीकानेर में ही फंस कर रह गए है। हालांकि इसके बाजवूद सरकारी कार्यालयों के चक्कर निकाले व कई जन प्रतिनिधियों से बातचीत भी लेकिन कहीं उम्मीद की किरण नजर नहीं आई। दिलीप कुमार शर्मा ने अलर्ट भारत के संवाददाता से बातचीत में बताया कि वह लॉकडाउन से पूर्व अपने मौसा जी की मुत्यु की खबर मिलते ही वह अपनी पत्नी गीता देवी को लेकर बीकानेर पहुंचे। इसके बाद अचानक बढ़े महामारी के प्रकोप से लॉकडाउन शुरू हो गया और कर्नाटक जाने के लिए उन्हें कोई साधन नहीं पाया। ऐसे में वह धर्मनगर द्वार स्थित अपने रिश्तेदारों के घर पर रूके हुए है। दिलीपकुमार ने बताया वह सरकारी कार्यालयों के कई बार चक्कर निकाल चुके है लेकिन संतोषजनक जवाब नहीं मिला है। ज्ञात रहे कि केन्द्र व राज्य सरकार प्रवासियों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए एक्टिव मोड पर आ चुकी है जिससे प्रतिदिन कई प्रवासी अपने घरों तक पहुंच रहे है। ऐसे में दिलीप कुमार भी अपने घर पहुंचने की उम्मीद में बैठे है।