


बीकानेर। अगर दिल में कुछ करने का जज्बा हो तो सब कुछ आसान है। एक 12 वर्षीय बालिका ने यह साबित कर दिखाया। कोविड-19 के संक्रमण के दौरान एक 12 वर्षीय बालिका रौनक ने पहली बार रोजा रखा। रोजेदार बालिका रौनक ने कि देश को कोविड-19 के कहर से बचाने, अमन, चैन व शांति बनाये रखने की अल्लाह से दुआ मांगी। हम सभी इस 12 वर्षीय बालिका से सबक लेते हुए सरकार की एडवाइजरी पर अमल करें तो कोविड-19 जैसी महामारी देश से जल्द ही लुप्त हो जाएगी।