


बीकानेर। कोरोना वायरस के कारण माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 10 वीं और 12 वीं कक्षाओं की अधर में अटकी हुई परीक्षाएं 18 जून से प्रदेशभर के 6 हजार से अधिक परीक्षा केन्द्रों और उप केन्द्रों पर शुरू होगी। इनके लिए 20 लाख से अधिक विद्यार्थी पंजीकृत हैं। जिस गति से कोविड-19 संक्रमण का फैलाव हो रहा है। उससे परीक्षार्थियों के लिए वर्तमान में दोहरी परीक्षा की स्थिति बनी हुई है। पहली परीक्षा कोरोना से सुरक्षित बचना और दूसरी परीक्षा बोर्ड के पेपरों की। ऐसे में विद्यार्थियों पर मनोवैज्ञानिक दबाव आना लाजमी है। इस समय में परीक्षा और बिना परीक्षा कक्षोन्नति को लेकर कई तरह की अफवाहें उड़ रही हैं। अभिभावक परीक्षाओं का विरोध भी कर रहे हैं। परन्तु शिक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि विद्यार्थी इस तरह की अफवाहों पर ध्यान न देकर तैयारी को वक्त दें और सुरक्षा के साथ इन पेपरों को यादगार बनाएं। विद्यार्थी इसे लंबे तक समय याद रखेंगे कि कोरोना योद्धा की तरह किन परिस्थितियों में परीक्षा दी थी। परीक्षा से जुड़े विशेषज्ञों की मानें तो परीक्षा से पहले और परीक्षा के दौरान विद्यार्थियों को कुछ टिप्स अपनाने चाहिए। इनसे अधिक अंक प्राप्त किए जा सके। इनमें सेल्फ स्टडी पर फोकस, सृजनात्मक लेखन पर ध्यान, पुराने पेपर को हल करना, नए टॉपिक को रटने की बजाय पुराने टॉपिक्स का दोहराव, पर्याप्त नींद, पौष्टिक आहार, परिवार से संवाद, परीक्षा कक्ष में आत्मविश्वास के साथ बिना तनाव के पेपर हल करना आदि प्रमुख है। साथ ही प्रत्येक विद्यार्थी के लिए अपनी क्षमता के अनुसार योजनाबद्ध तरीके से तैयारी कर परीक्षा में सम्मिलित होना अधिक लाभदायक है।