


बीकानेर। अपनी जमीन का उचित मुआवजे की मांग को लेकर लम्बे समय से चल रहे किसानों के विरोध ने फिर से तूल पकड़ लिया गया है। इसको लेकर कल रानीसर गांव की रोही में भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत 754 क सड़क निर्माण योजना के कार्यस्थल पर जमीन अवाप्ति के बदले उचित मुआवजे की मांग को लेकर बड़ी संख्या में किसानो ने महापड़ाव डाला। इस दौरान किसानों की बढ़ती भीड़ ने जेसीबी के आगे लेटकर कामकाज को रूकवा दिया गया है। इसके बाद किसानों के एक प्रतिनिधि मण्डल कलक्टरी पहुंचकर जिला कलक्टर से वार्ता करने पहुंचा। पूर्व सरपंच रामदयाल गोदारा ने बताया कि अब इस मामले को 8 जून को नौरंगदेसर बस स्टैण्ड पर किसान महापंचायत का आयोजन रखा गया है।
वार्ता हुई विफल
प्रतिनिधिमण्डल और जिला कलक्टर के बीच हुई वार्ता के दौरान सोमवार को मुख्य सचिव से वार्ता करवाने का आश्वासन दिया गया और इससे पहले कामकाज बंद नहीं करवाने की बात कही। इस पर किसान नहीं माने। इसके पश्चात् गुरुवार शाम को कार्यस्थल पर बीकानेर से तीन आरएसी सहित थानों के जाब्ता तैनात किया गया।
ये अधिकारी मौके पर पहुंचे
एसडीएम रिया केजरीवाल, तहसीलदार पीताम्बर राठी, नायब तहसीलदार कैलाशदान, सीओ सदर पवनसिंह भदौरिया मौजूद रहे।
ये रहे वार्ता में मौजूद
किसानों के प्रतिनिधिमंडल में संयोजक डॉ. विवेक माचरा, बीकानेर ग्रामीण राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के महासचिव मनोज मूण्ड, प्रभुराम मूण्ड, हरजीराम मूण्ड, भागीरथ गोदारा, एनएसयूआई जिलाध्यक्ष रामनिवास कुकणा, डूंगर महाविद्यालय अध्यक्ष कृष्ण कुमार गोदारा, किसान नेता जेठुसिह लाखूसर, भरत राम कस्वा, राष्ट्रीय जाट तेजवीर सेना के जिला अध्यक्ष हरिकिशन गोदारा व पांचू प्रधान प्रतिनिधि भंवर गोरछिया से वार्ता की। वार्ता में सोमवार को मुख्य सचिव से बात होने तक कार्य रोकने पर सहमति बनी, थानाधिकारी संदीप पूनिया आरएसी टीमो व जाब्ते के साथ स्थिति संभाले रहे। कई बार किसानो और पुलिस के बीच झड़प भी हुई।
ये है मांग
जमीन अवाप्ति के बदले सरकार की ओर से डीएलसी रेट से चार गुना देने का प्रावधान है लेकिन किसान जमीन के बाजार भाव से चार गुना देने की माँग कर रहे है।