कोरोना संकट के बीच लाइफलाइन साबित हो रहा है मनरेगा

MNREGA is proving to be a lifeline amid Corona crisis
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बीकानेर। कोरोना संकट ने आर्थिक अस्थिरता के साथ-साथ हजारों लोगों को घर लौटने को मजबूर कर दिया। एक ओर बीमारी का डर तो दूसरी ओर रोजी की चिंता के बीच अब महात्मा गांधी नरेगा योजना ग्रामीण क्षेत्र में लोगों के लिए लाइफलाइन साबित हो रही है। जिले महात्मा गांधी नरेगा के तहत अब तक 2 लाख से अधिक लोगों को रोजाना रोजगार दिया जा रहा है। जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने बताया कि कोविड-19 संकट के बीच ग्रामीणों के लिए मनरेगा वरदान साबित हो रही है। वर्तमान में जिले में 2 लाख 7 हजार 317 श्रमिक इसमें नियोजित हैं। प्रत्येक राजस्व गांव में चार कार्यो के प्रस्ताव मंगवाने के लिए दिशा निर्देश दिए गए हैं। समस्त पंचायत समितियों में मनरेगा के तहत कार्य किए जा रहे हैं। वर्तमान में 4 हजार 284 कार्य प्रगतिरत है। मांग के आधार पर अतिरिक्त कार्य स्वीकृत किए जा रहे हैं। गौतम ने बताया कि प्रवासी मजदूरों के जिले में आने के बाद से ही ग्रामीण क्षेत्रों में काम की मांग बड़ी है। क्वारेंटाइन अवधि पूरी होने के बाद से लोगों को मनरेगा के तहत अधिकाधिक नियोजित किया जा रहा है। अब तक 2 हजार से अधिक नए जॉब कार्ड बनाए गए हैं।

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