






बीकानेर। 6 माह पूर्व हुई ससुर की मृत्यु के बाद होने वाली घडिय़ा भराई की रस्म के लिए गए थे पटियाला। जो लॉकडाउन के दौरान पिछले डेढ माह से वहीं फंस कर रहे गए। यहां बीकानेर में बच्चें, भाई व माता-पिता उनके घर पहुंचने की आस लगाए बैठे है। यह व्यवस्था सुनाई पटियाला में फंसे अजयकुमार बिनावरा के छोटे भाई विजयकुमार बिनावरा ने। विजयकुमार ने अलर्ट भारत के संवाददाता से बातचीत में बताया कि ससुर की मृत्यु के 6 माह बाद होने वाली घडिय़ा भराई की रस्म के लिए बड़े भाई अजयकुमार बिनावरा व भाभी सीमादेवी लॉकडाउन से पूर्व पटियाला गए। अचानक हुए लॉकडाउन के बाद आवागमन ठप होने से पिछले एक माह से भाई-भाभी वहीं पटियाला में ही फंस कर रह गए है। जानकारी में रहे कि प्रवासियों को उनके घरों तक पहुंचाने को लेकर केन्द्र व राज्य सरकार अब एक्टिव मोड़ में आ चुकी है। इसको लेकर कई प्रवासियों को लेने के लिए अलग-अलग स्थानों से बसों व टे्रनों की व्यवस्था भी की गई है।