






बीकानेर। कोरोना से जहां एक ओर सभी वर्ग प्रताडि़त है वहीं इसका सीधा असर फोटोग्राफी से जुड़े कामगारों पर भी पड़ा है। कोरोना का प्रकोप इस कदर हावी हो गया है कि सीजन के दौरान होने वाले शादी-समारोह एवं अन्य आयोजनों पर लॉकडाउन का ताला लग गया है। वहीं इक्का-दुक्का होने वाले आयोजनों में एडवाइजरी के मुताबिक फोटोग्राफी भी नहीं करवाई जा रही है। ऐसे में अब फोटोग्राफी कारोबार से जुड़े संबंधित लोगों को आर्थिक रूप से जूझना पड़ रहा है। इन्हीं सभी मुद्दों पर आज बीकानेर फोटोग्राफर एसोसिएशन के छायाकारों ने सर्किट हाउस में बैठक आयोजित कर वार्ता की। इस दौरान वरिष्ठ छायाकार गौतम मांडण और प्रीतम सुथार ने बताया कि बीकानेर के सभी छायाकारो के हित के लिए जिला प्रशासन, केंद्रीय मंत्री और राजस्थान सरकार के मंत्रियों को ज्ञापन देकर अवगत कराया जाएगा और उम्मीद भी जताई है की सरकार बेरोजगार हो गए फोटोग्राफरो के रोजगार के लिए कुछ कदम उठाएगी। इस मीटिंग में एपी३आई अध्यक्ष मनीष पारीक ने बताया कि स्टूडियो पिछले लॉकडाउन से बंद है वेडिंग सीजन इस लॉकडाउन में निकल गया और फोटोग्राफर के ऊपर कैमरो की किस्तें दुकान के किराए आदि चुकाने में आर्थिक परेशानी हो रही है। इसके लिए सरकार से आर्थिक पेकेज के फोटोग्राफर को भी शामिल किया जाए सरकार के ध्यान में लाया जाएगा। सचिव अजीज भुट्टा ने कहा कि हम वर्तमान में कार्यरत सभी स्टुडियो व आउटडोर फोटोग्राफर को एकत्रित करके हमारी मांगों के लिए संघर्ष करेंगे। सरकार के ध्यान में लाया जाएगा कि फोटोग्राफर के ऊपर जो लोन है उसमें छूट का प्रावधान किया जायेगा। इस अवसर पर दिनेश गुप्ता, नौशाद अली कादरी, विक्रम अग्रवाल, महेश प्रजापत, रामप्रताप, अमित अग्रवाल, विमल कुमार, सचिन मित्तल, बाबू सुलेमानी आदि अपने-अपने विचार रखें।