जयपुर। किसी भी अपराध में शामिल होने के बाद जेल गई महिलाओं को छूटने के बाद, ना तो उनका परिवार और ना ही उनके ससुराल पक्ष के लोग उन्हें स्वीकार करते हैं। ऐसे में जेल से बाहर आने के बाद ऐसी महिलाओं के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो जाता है। अब इन महिलाओं को संबल देने और रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में, जेल मुख्यालय ने एक अनूठी पहल की। इस पहल को राज्य सरकार से अनुमति मिलने के बाद, जेल मुख्यालय ने आईओसी सहित कंपनियों के साथ वार्ता की। इसके उसके बाद हाल ही में आईओसी के साथ एमओयू हुआ है, जिससे जेल से छूटने वाली ऐसी महिलाओं को आईओसी के पेट्रोल पंप पर रोजगार दिया जाएगा। वहीं, जेल डीजी एनआर के रेड्डी ने कहा कि, जेल मुख्यालय में लगातार जेल में बंद कैदियों को रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में नवाचार किए गए। इसी कड़ी में, जेल मुख्यालय ने महिला बंदियो के छूटने के बाद, पेट्रोल पंप पर लगाने के साथ ही, ऐसे कैदी जिनका जेल में व्यवहार संतोषजनक है। उन्हें खुली जेल में शिफ्ट किया गया है। ऐसे कैदियो को भी आईओसी के पेट्रोल पंप पर रोजगार दिया जाएगा। जेल मुख्यालय ने जेल में बंद कैदियों को रोजगार देने और उन्हें हुनरमंद बनाने के लिए जेल में ही मसाला, फिनायल, झाड़ू, कूलर, सहित उद्योग शुरू किए थे। इसके सार्थक परिणाम भी आए थे। जेल डीजी की मानें तो, इन उद्योग से जहा पिछले साल 14 लाख की बिक्री हुई थी तो, इस साल यह बढ़कर 2 करोड़ हुई है। जल्द ही इसको आगे बढ़ाया जाएगा। उम्मीद की जा रही कि हर साल इसमें बढ़ोतरी भी होगी। इसके साथ, अधिक कैदियों को जेल में ही रोजगार मिल सकेगा।
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