


बीकानेर। कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित एवं बीकानेर प्रौढ़ शिक्षण समिति, बीकानेर द्वारा संचालित जन शिक्षण संस्थान, बीकानेर के अध्यक्ष अविनाश भार्गव ने विश्व पर्यावरण दिवस पर जिले के संदर्भ व्यक्तियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमारे जीवन में छोटी-छोटी ऐसी बातें है जिनका ध्यान रखकर हम पर्यावरण के शुद्धिकरण में योगदान दे सकते है। भार्गव ने कहा कि हमें अपने दैनिक कार्यो का नियोजन इस प्रकार करना चाहिए कि हमारी किसी भी क्रिया से पर्यावरण को नुकसान न हो। इसके साथ ही उन्होंने सामाजिक पर्यावरण के सम्बंध में वैश्विक महामारी कोरोना से बचने के लिए मास्क, नियमित अंतराल से हाथ धोने व सोशियल डिस्टेंसिंग का पालन करने सम्बंधी आवश्यक जीवन व्यहार अपनाने की बात कही। वेबीनार संवाद में प्रभारी निदेशक ओमप्रकाश सुथार ने संदर्भ व्यक्तियों को कहा कि इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस की संदेश लाइन ‘समय और प्रकृतिÓ रखी गई है। इस दृष्टि से समय, प्रकृति और मनुष्य सृष्टि के मुख्य आधार स्मम्भ है। इनका संतुलन ही जीवन को स्वस्थ और समृद्ध बनाए रख सकता है। आज वैश्विक कोरोना महामारी इन आधार स्तम्भों का संतुलन बिगडऩे से ही खड़ी हुई है। संस्थान द्वारा आयोजित वेबीनार में जिले के संदर्भ व्यक्तियों में कंचन सैन – दंतोर, प्रियंका शर्मा, खुशबू शर्मा – बज्जू, मीना तंवर – बीकानेर, अर्चना सिसोदिया – लूनकरणसर, सुधा कंवर – बीकानेर, अंजु बाघला – लूनकरणसर, अंकिता शर्मा जामसर सहित जिले के बहुत से संदर्भ व्यक्तियों ने भाग लेते हुए अपने अपने घर में पौधे लगाए, उनकी देखभाल एवं पर्यावरण के विषय में अपने विचार रखे। संस्थान द्वारा आयोजित वेबीनार संवाद का संचालन करते हुए कार्यक्रम अधिकारी महेश उपाध्याय ने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस पर संस्थान की ओर से प्रतिवर्ष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। जिसमें संवाद, प्रतियोगिताएं, पौधारोपण आदि शामिल है। इस वर्ष कोरोना महामारी के चलते वेबीनार के माध्यम से संवाद किया जा रहा है। ये खुशी की बात है कि हम जिले के विभिन्न जगहों के संदर्भ व्यक्यिों से चर्चा करके आज पर्यावरण के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने का कार्य कर रहे है। इस वेबीनार को सफल बनाने में तकनीकी सहयोग कार्यक्रम सहायक उमाशंकर आचार्य और तलत रियाज ने किया साथ ही विष्णुदत मारू का भी सक्रिय सहयोग रहा।