






बीकानेर। लॉकडाउन के फेर में उलझी बोर्ड परीक्षाओं का टाइम टेबल जारी होने के साथ ही विद्यार्थियों की चुनौती भी बढ़ती जा रही है। विद्यार्थियों के सामने सबसे बड़ी समस्या हॉस्टल बंद होने से आएगी। क्योंकि विद्यार्थियों को ऐसे में मजबूरी में होटल व धर्मशालाओं में शरण लेनी होगी। दूसरी बड़ी समस्या सार्वजनिक परिवहन पूरी तरह शुरू नहीं होने से है। ऐसे में विद्यार्थियों को निजी वाहनों के जरिए अपने सेंटर तक पहुंचना होगा। इधर, शिक्षा विभाग ने नए सेंटरों के गठन से लेकर सोशल डिस्टेंस की पालना को लेकर तैयारी तेज कर दी है। गौरतलब है कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान की शेष परीक्षाऐं 18 से 30 जून के बीच होनी है। जिले में ऐसे हजारों विद्यार्थी है जो दूसरे शहरों में रहकर कक्षा दसवीं व बारहवीं की भी पढ़ाई कर रहे हैं। लॉकडाउन के दौरान स्कूल एवं हॉस्टल बंद होने से यह सभी विद्यार्थी अपने-अपने गृह जिलों में जा चुके है। बोर्ड द्वारा घोषित टाइम टेबल के अनुसार इन विद्यार्थियों को अब वापस इन्हीं जिलों में आकर शेष परीक्षा देनी होगी। सरकार द्वारा क्रमबद्ध तरीके से लॉकडाउन खोले जाने के बावजूद अभी तक सार्वजनिक परिवहन सेवा पूरी तरह प्रारम्भ नहीं हो पाई है। ऐसे में इन विद्यार्थियों को बोर्ड परीक्षा देने के लिए वैकल्पिक साधनों से लंबी दूरी की यात्रा कर परीक्षा केंद्र पहुंचना पड़ेगा।
सीबीएसई ने दी केंद्र चुनने की छूट, राजस्थान बोर्ड का इंतजार
इस मामले में सीबीएसई ने परीक्षार्थियों को राहत देते हुए अपने आवास या गृहस्थान के नजदीक परीक्षा केंद्र चुनने की छूट दे रखी है, जिससे परीक्षार्थी अनावश्यक यात्रा और उससे पैदा होने वाली परेशानियों से बच सके। लेकिन राजस्थान में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से ऐसे कोई निर्देश अभी तक नहीं मिले है। ऐसे में राजस्थान के परीक्षार्थियों व उनके अभिभावकों के लिए यह एक बड़ी समस्या बन गई है।